फर्रुखाबाद: विगत विधानसभा चुनाव के आधार पर इस बार चारों विधान सभा क्षेत्रों में कुल 312 बूथों को अतिसंवेदनशील श्रेणी में चिह्नित किया है। इन पर सुरक्षा की अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी। अतिसंवेदनशील बूथों पर कड़े सुरक्षा इंतजामों के तहत माइक्रो आब्जर्वर तैनात किए जाएंगे।
विदित है कि कायमगंज विधानसभा क्षेत्र में 105, अमृतपुर क्षेत्र में 55, सदर में 65 और भोजपुर क्षेत्र के 87 बूथ अतिसंवेदनशील चिह्नित किए हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजकेश्वर सिंह ने बताया कि अतिसंवेदनशील बूथों पर सामान्य से अधिक सुरक्षा होगी। अतिरिक्त सुरक्षा कड़ी में इन बूथों पर माइक्रो आब्जर्वर की तैनाती की होगी। विगत चुनाव में अधिक मतदान वाले दस व कम मतदान वाले दो बूथों को भी क्रिटिकल (गंभीर अवस्था का) की श्रेणी में रखा गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में 75 प्रतिशत या अधिक मतदान वाले भीमनगर-मजरा सिकन्दरपुर तिहैया, कमलाईपुर, आजमनगर, सूखा नगला-मजरा पचरौली महादेवपुर, शंभू नगला, पिपराभोजी, बसईखेड़ा, कोकापुर, भटमई, हरियलपुर मतदान केंद्र शामिल थे। उपजिलाधिकारी डा. एमके मिश्रा ने बताया कि कैलियाई व बाजीदपुर के बूथों पर 15 प्रतिशत से कम वोट पड़े थे। इन्हें अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। विधानसभा चुनाव को हिंसा रहित बनाने के प्रयास के तहत संवेदनशील मतदान केंद्रों पर मोबाइल कलस्टर तैनात किए जाएंगे। मोबाइल कलस्टर बूथों पर सक्रिय रहकर हर पल की सूचना मुख्यालय को देंगे।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजकेश्वर सिंह ने बताया कि कायमगंज विधानसभा क्षेत्र में 23, अमृतपुर विधानसभा क्षेत्र में 16, सदर विधानसभा क्षेत्र में 10 और भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में 16 मोबाइल कलस्टरों की ड्यूटी लगेगी। मोबाइल कलस्टर बूथ पर चल रही गतिविधियों से हर पल मुख्यालय को अवगत कराएंगे। उन्होंने बताया कि सरकारी सहायता प्राप्त (अनुदानित) माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की तो चुनाव ड्यूटी कई साल से लगती आ रही है, लेकिन अनुदानित (मान्यता प्राप्त) जूनियर हाईस्कूल के शिक्षक बच जाते हैं। इस बार निर्वाचन कार्यालय द्वारा जनपद के 51 अनुदानित जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों की सूची भी बेसिक शिक्षा अधिकारी से मांगी गयी है। शिक्षामित्रों की भी ड्यूटी लगाये जाने की तैयारी है।