दलित शिक्षकों ने बीएसए को धुना

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फर्रुखाबाद: इसी सप्ताह प्राथमिक शिक्षकों की जारी की गयी प्रोन्नत सूची में दलित वर्ग का एक भी शिक्षक सम्मिलित न किये जाने से नाराज दलित शिक्षको ने शुक्रवार को बीएसए डा. कौशल किशोर की पिटाई कर दी व कार्यालय में फर्नीचर भी उलट पलट दिया। बीते दिन अनुसूचित जाति, जनजाति कर्मचारी कल्याण संघ की बैठक कर शिक्षकों ने आन्दोलन की रणनीति बनाई थी इस बैठक में निर्णय लिया गया था कि 25 नवम्बर से बीएसए कार्यालय के बाहर अनशन शुरू किया जायेगा।

शुक्रवार को प्रात:  बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर धरने के दौरान बीएसए द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर न दिये जाने से गुस्साए दलित शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ कौशल किशोर की पिटाई कर दी| तत्पश्चात गुस्साए शिक्षकों ने कार्यालय के अन्दर घुसकर तोड़फोड़ कर फर्नीचर को फेंक दिया| विदित है कि इसी सप्ताह बीएसए ने 292 प्राथमिक शिक्षकों की प्रोन्नति सूची जारी की थी। इसमें एक भी दलित शिक्षक का नाम सम्मिलित नहीं किया गया था। प्रोन्नति सूची जारी होने से पूर्व भी कई बार बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा धरना प्रदर्शन किये जा चुके है।

घटना के संबंध में बीएसए डात्र कौशल किशोर ने मारपीट से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि किसी शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जा रही है। अनुसूचित जाति के शिक्षकों की प्रोन्नति के विषय में प्रस्ताव पूर्व में ही बेसिक शिक्षा सचिव को भेजा जा चुका है। सोमवार को सचिव ने लखनऊ बुलाया है। उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जायेगा।

अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी कल्याण संघ के प्रांतीय महांमंत्री नानक चंद्र ने बताया कि मारपीट की बात गलत है। अधिक संख्या में शिक्षकों के कार्यालय में घुसने को लेकर फर्नीचर अस्त व्यस्त हो गया था। तोड़ फोड़ किसी शिक्षक द्वारा नहीं की गयी।