फर्रुखाबाद: थाना शमशाबाद में भाकियू के ३११ किसानों पर दर्ज किये गए मुक़दमे की वापसी व थानाध्यक्ष की बर्खास्तगी की मांग को लेकर भाकियू के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलक्ट्रेट का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया| पूर्व जानकारी के आधार पर यद्यपि प्रशासन ने सुबह से ही कलक्ट्रेट के गेट बंद कर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया था। इसके बावजूद भाकियू कार्यकर्ताओं की भीड़ को देख कर पुलिस के पसीने छूट गये। पुलिस असहाय बनी देखती रही व भाकियू कार्यकर्ता मजे से कलक्ट्रेट में ट्रेक्टर सहित घुसकर धरना देते रहे।
भारतीय किसान यूनियन ( टिकैत गुट ) के जिलाध्यक्ष अरविन्द सिंह शाक्य के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर मांग की कि 311 किसानों पर फर्जी मुकद्दमा दर्ज करने वाले शमसाबाद थानाध्यक्ष को बर्खास्त कर, दर्ज किया गया फर्जी मुकद्दमा वापस लिया जाए| इसी क्रम में मांग करते हुए कहा कि थानाध्यक्ष शमसाबाद द्वारा गौबध व अन्य अवैध कार्य जैसे बालू खनन रत में कराया जाता है जिसे तत्काल रोका जाए| जनपद में निर्धारित रेट से ऊंचे दर पर खाद की बिक्री की जा रही है| खाद माफियाओं द्वारा रेक उतरते ही बेंच दी जाती है| इस पर तत्काल रोक लगाकर सभी किसानों को खाद उपलब्ध कराई जाये|
जिलाध्यक्ष अरविन्द शाक्य ने बताया कि जनपद में किसानों के बिजली नलकूप कनेक्शन पांच हार्स पावर व साढ़े सात हार्स पावर के हैं उन किसानों पर बिजली विभाग द्वारा अवैध तरीके से 10 होर्स पावर का बिला बसूला जाता है, इसको बंद कराया जाय व जनपद में फुंके ट्रांसफार्मरों को बदलवाया जाए|
इस धरना प्रदर्शन में लक्ष्मी शंकर जोशी, प्रभा कान्त मिश्रा, डॉ रामविलास, राजेश शाक्य, मोहम्मद अफरोज खां, सुबोध यादव, गोपी शाक्य, श्याम सिंह राजपूत, मुन्नालाल सक्सेना, देवेंदर राजपूत, योगेन्द्र पाल, राम चन्द्र राजपूत व दो सैकड़ों से अधिक किसान मौजूद रहे|