जयपुर सांसद महेश जोशी ने अन्ना हजारे को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वे जयपुर से चुनाव लड़ने की हिम्मत दिखाएं तो मैं इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़ने को तैयार हूं। इससे पता लग जाएगा कि उनके पास कितना समर्थन है।
अन्ना दावा करते हैं कि 85 प्रतिशत लोग कपिल सिब्बल के खिलाफ हैं, तो उनके सामने चुनाव क्यों नहीं लड़ते? जोशी ने कहा कि टीम अन्ना ने कांग्रेस सांसदों का घेराव करने को कहा है।
कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में न तो जनलोकपाल बिल का जिक्र था और न जनता से कोई वादा किया था। जनता हमें इसका समर्थन करने के लिए कह सकती है, लेकिन बिल पारित करने के लिए बाध्य नहीं कर सकती।
इसके लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। हम जिन वादों को लेकर चुनाव में गए थे उनमें कोई कसर या कमी हो तो जनता से माफी भी मांगेंगे। भाजपा और उसके संगठन अन्ना के आंदोलन में साथ दे रहे हैं। अन्ना हजारे साहब इन नेताओं से यह शपथ पत्र मांगे कि उन्होंने कभी भ्रष्टाचार नहीं किया और भविष्य में नहीं करेंगे, तभी तभी उनके आंदोलन को नैतिक कहा जाएगा।