फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) कांच ही बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाए, केरवा जे फरेला घवद से ओह पर सुग्गा मेंडराय, हमहू देबई अरघिया हे छठी मइया, केलवा के पात पर उगेलन सुरूजदेव। आस्था और आराधना के महापर्व पर मन की गहराइयों से निकले ऐसे ही गीतों के साथ महिला श्रद्धालुओं ने गुरुवार को छठ पूजा उत्सव में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
शहर के पांचाल घाट पर मेले सा माहौल था| लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम थे| नमामि गंगे घाट के किनारे हजारों की संख्या में श्रद्धालु नजर आये| अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए शाम चार बजे से ही श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए। महिलाओं ने चौकी को गन्ने और केले के पत्तों से सजाया। दोउरा (पूजन सामग्री और फल की टोकरी) रखकर अस्तांचलगामी सूर्य की आराधना की। अस्त होते सूर्य को पत्ती लगे गन्ने, शकरकंदी,
सुथनी, पान-सुपारी, हल्दी, मूली, अदरक का हरा पौधा, बड़ा मीठा नींबू, शरीफा, केला, नाशपाती, पानी वाला नारियल, मिठाई, गुड़, गेहूं, चावल के आटे के लड्डू, ठेकुआ, चावल, सिंदूर, दीपक, शहद और धूप से जल में खड़े होकर अर्घ्य दिया और परिवार की सुख समृद्धि व खुशहाली की कामना के साथ भक्तिभाव से आरती उतारी। वही महिलाओं नें लोकगीत गाकर माहौल को और भक्तिमय कर दिया| वहीं महिलाओं नें पूजन के दौरान सेल्फी भी ली|
देखें वीडियो– https://youtu.be/m8tddfBZo5I?si=NnJ4-vMWF6Aze5hH
घाटों पर होती रही तैयारी
सूर्य की आराधना के लिए घाटों पर पूर्वांचल सेवा समिति के पदाधिकारी दिनभर तैयारियों में लगे रहे। पांचाल घाट पर साफ-सफाई कराई गई।
शुक्रवार सुबह से रहेगी भीड़
शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा व्रत का परायण किया जाएगा। इसके लिए सुबह 3.30 बजे से ही श्रद्धालु घाट पर पहुंचना शुरू हो जाएंगे और गंगा जल में खड़े होकर छठ मइया और सूर्य देव से सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करेंगे। गुरुवार को छठ पूजा में पूर्वांचल सेवा समिति के संरक्षक डा. जितेन्द्र सिंह यादव, अध्यक्ष केदार शाह, शमीम अहमद, बीबी सिंह,डा. रजनी सरीन, डॉ. अनीता रंजन आदि रहे|