फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) यदि आप आलू मंडी सातनपुर की सड़क पर आराम की सवारी करना चाहते हैं तो ये ख्याल मन से निकाल दीजिए। यहां गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढे, यह पता भी नहीं चलेगा। इन सड़कों की दुर्दशा देखने वाला कोई नहीं है। दिन के समय में तो गनीमत है, परंतु रात का सफर बिल्कुल ही खतरनाक हो गया है।
सरकार चाहे जितना भी गड्ढामुक्त सड़कों का दावा करे, लेकिन किसान के लिए प्रमुख आलू मंडी मार्ग की बदहाली नें सभी दावे की पोल खोल रही है| खास बात तो यह है कि गड्ढों में तब्दील हो चुकीं इन सड़कों के निर्माण के लिए अभी तक सार्वजनिक निर्माण विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
आला अधिकारियों समेत जनप्रतिनिधियों की गाड़ियां भी इन्हीं सड़कों में बने गड्ढों से होकर निकलती है। यह सड़क कई सालों से पूरी तरह खस्ताहाल है। रही सही कसर पिछले दिनों हुई बारिश ने पूरी कर दी। अब हाल यह है कि कई स्थानों पर तो गड्ढों में सड़क को तलाशना पड़ता है। कई बार वाहन सवार इसमें गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं।
मजे की बात तो यह है कि इस सड़क से आलू किसान मंडी की तरफ रुख करने लगा है| आगे के दिनों में आलू की आवक अधिक होनें से सड़क पर दबाब अधिक बढ़ेगा| सड़क निर्माण जल्द ना हुआ तो फिर आये दिन हादसों से भी कोई बचा नही सकता|
सांसद मुकेश राजपूत नें जेएनआई को बताया कि उन्होंने सड़क निर्माण का प्रस्ताव भेजा था| जो मंजूर भी हो गया है| पीडब्लूडी के एक्सईएन जोध कुमार नें जेएनआई को बताया कि मंडी रोड़ के लिए विशेष मरम्मत के लिए 1 करोड़ 40 लाख रूपये का वजट पास हो गया है| जिसमे 970 मीटर लंबी सड़क सीसी निर्माण कराया जायेगा| निर्माण जल्द से जल्द शुरू होगा |