फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) तलाशी लेनें पर तिलमिलाये बंदी नें जेलर को देख लेनें की धमकी दे डाली | भयभीत जेलर नें मामले में मुकदमा पंजीकृत कराया है| पुलिस तफ्तीश कर रही है|
दरअसल केन्द्रीय कारागार फतेहगढ़ के जेलर बद्री प्रसाद नें दर्ज करायी गयी एफआईआर में बताया कि सेन्ट्रल जेल में विचाराधीन बंदी बन्दी दिलीप मिश्रा पुत्र रामगोपाल मिश्रा निवासी मोहल्ला लवायन कला थाना औद्योगिक क्षेत्र प्रयागराज उच्च सुरक्षा बैरक द्वितीय में निरुद्ध है| बीते 18 अप्रैल 2023 को बंदी दिलीप न्यायालय विशेष न्यायाधीश गैगेस्टर एक्ट प्रयागराज के समक्ष पेशी पर गया था । समय रात्रि लगभग 22.25 बजे पेशी से वापस लौटने पर गेटकीपर मोहित तिवारी द्वारा मुझे अवगत कराते हुए दूरभाष पर सूचित किया गया कि विचाराधीन बन्दी दिलीप मिश्रा की पेशी से वापस आ गया है। सूचना प्राप्त होने पर मेरे द्वारा चीफ हेड वार्डर सतेन्द्र सिंह तथा हवलदार शिव कुमार मौर्य हेड जेलवार्डर को बुलाकर अपने समक्ष तृतीय गेट पर सीसीटीवी कैमरे के सामने बन्दी दिलीप मिश्रा की तलाशी करायी गई| जेलर नें बताया की बन्दी दिलीप मिश्रा तलाशी का विरोध करते हुए उन लोगों से अभद्रता करने लगा। तलाशी कराकर बन्दी दिलीप मिश्रा को अन्दर भेज दिया गया|
कारागार के नियंत्रण कक्ष पर पुनः उक्त बन्दी की तलाशी की गई जहाँ वह तलाशी पर तैनात सुरक्षा कर्मी श्री विकास कुमार जेलवार्डर एवं दोनों हेडवार्डरों से अभद्रता करते हुए जोर-जोर से चिल्लाने लगा। मैंने वहाँ पहुँचकर उसको समझाकर नियमानुसार उसकी तलाशी करायी तथा बंदी को समझाकर नियंत्रण कक्ष से उच्च सुरक्षा बैरक की ओर भेज दिया। उच्च सुरक्षा बैरक की ओर जाते समय बंदी दिलीप मिश्रा ने चिल्लाते हुए कहा कि मैं तुमको छोडूंगा नहीं मैं सब जानता हू कि तेरे दो बच्चे हैं, और वह कहाँ रहते हैं। बंदी द्वारा यह भी कहा गया कि मैं तुम्हारे ऊपर झूठा आरोप लगाकर हाईकोर्ट में खिचवा लूँगा। तुमने मेरे साथ ठीक नहीं किया है। कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस नें मामले में 332, 353, 504, 506 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है| जांच सेंट्रल जेल चौकी इंचार्ज जगदीश वर्मा को दी गयी है|