फर्रुखाबाद:(नगर प्रतिनिधि) बीते एक वर्ष पूर्व जिस घर में दबिश देंने गयी पुलिस खाली हाथ लौटी थी| उसी घर में पुन: एक वर्ष बाद पुलिस नें दबिश दी लेकिन पुलिस के आने से पूर्व ही कुछ संदिग्ध महिलायें मौके से खिसक गयी| पुलिस दो युवकों को उठा लायी उन्ही से पूंछतांछ की जा रही है| लेकीन पुलिस आ रही है इसकी भनक सेक्स रैकेट चलाने वाले गिरोह को कहा से लगती है यह विचारणीय विषय है|
विदित है कि बीते 7 अक्टूबर 2018 को शहर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला स्थित एक मकान में सेक्स रैकेट चलने की सूचना डायल 100 को दी गयी थी| जिस पर तत्कालीन घुमना चौकी इंचार्ज दिनेश भारती नें फोर्स के साथ संदिग्ध मकान में दबिश दी| लेकिन पुलिस आने से पूर्व ही एक युवती और दो युवक छत से कूदकर फरार हो गये थे| पुलिस के कोई कार्यवाही नही की तो मोहल्ले वालों में कोतवाली में गदर भी किया जिसके बाद पुलिस नें उन्हें कार्यवाही का भरोसा दिया और उन्हें चलता किया| लेकिन कार्यवाही नही हुई|
फिर लगभग एक वर्ष बाद पुलिस को फिर सूचना मिली की उसी मकान में सेक्स रैकेट चल रहा है| जिस पर प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश पाण्डेय, घुमना चौकी इंचार्ज शिव शंकर तिवारी नें फिर फोर्स के साथ दबिश दी| लेकिन उन्हें मौके पर दो युवक मिले| जिन्होंने खुद को मकान मालिक का रिश्तेदार बताया| पुलिस उन्हें उठा लायी| उन्हें पड़ताल कर रही है| लेकिन फिर चर्चा का बाजार गर्म हुआ कि तीन महिलायें पुलिस के आने से पूर्व घर से निकल कर खिसक गयी| यदि चर्चा में दम है तो पुलिस के आने से पूर्व उन्हें सूचना किसने दी| क्या कोई विभीषण है? एक व्यक्ति कहे तो उसकी बात पर यकीन करना मुश्किल होगा| लेकिन यदि मोहल्ला एक ही बात कहे तो दाल में कुछ काला जरुर है| पुलिस को इस पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है|
पुलिस पर 10 हजार में मामला सेट करने का लगा था आरोप
पिछले वर्ष दबिश के दौरान जब पुलिस के हाथ खाली मिले तो सेक्स रैकेट चलाने वाली महिला नें मोहल्ले में चिल्लाकर आरोप लगाया था कि शिकायत करके क्या कर लिया| पुलिस 10 हजार ले गयी| यह खबर छपने के बाद भी मामला गर्म हुआ|
घुमना चौकी इंचार्ज शिव शंकर तिवारी नें बताया कि सेक्स रैकेट मिले की सूचना पर दबिश दी गयी थी| लेकिन कोई महिला नही मिली| दो युवक हिरासत में लिए गये है उनसे पूंछतांछ की जा रही है| वह अपने को मकान मालकिन का रिश्तेदार बता रहे है| महिलाओं के पहले खिसक जाने की जानकारी उन्हें नही है|