फर्रुखाबाद:(नगर प्रतिनिधि) जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह के द्वारा शराब के ठेकों के खुलने का आदेश क्या मिला शराबियों की जैसे पौ-बारह हो गयी| आदेश बाद में आ पाया दुकानों पर भीड़ इस कदर लग गयी की पुलिस को लाठी तक पटकनी पड़ गयी| कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने की खातिर 24 मार्च से लम्बे लॉकडाउन के बाद सोमवार से शर्तों के साथ शराब की दुकानें खोलने का बड़ा असर देखने को मिला। करीब 40 दिन बाद खुलने वाली दुकानों पर लोग काफी पहले ही पहुंच गए| शहर में भी शराब की दुकानें खुलने से पहले ही उनके बाहर काफी लम्बी लाइनें लग गई। इस दौरान कई जगह पर तो फिजिकल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ रही हैं। लोग बड़ी मात्रा में शराब की बोतलें खरीद रहे हैं, माना जा रहा है कि यह सभी लोग स्टॉक करने की योजना में लगे हैं।
जिले भर के ठेके एक लम्बे अन्तराल के बाद खुले| लगभग डेढ़ महीनें से गला तर करने का इंतजार कर रहे शराब के सागिर्द एक लम्बी कतार लेकर ठेकों के बाहर जमा हो गये| उनके बाद बिक्री तेज गति से शुरू हुई| शहर में सब्जी की दुकानों पर जितनी भीड़ नही लगी मिली उससे कही जादा भीड़ नगर के शराब ठेके पर नजर आयी|
शराब दुकानेें खुलते ही कई जगह फिजिकल डिस्टेंसिंग धड़ाम हो गई। तमाम दुकानों के बाहर गोल घेरा बनाकर दो गज की दूरी के नियम का पालन भी किया गया।
स्टॉक करने की होड़
लम्बे अंतराल के बाद खुली शराब की दुकानों के बाहर लम्बी कतारें लगी। पहले से खौफ जदा लोग अब तो शराब का स्टॉक करने की जुगत में भी हैं। शराब की दुकानों के बाहर ऐसा नजारा दिख भी रहा है। कई लोग बोरी लेकर पहुंचे तो कोई बड़े बैग के साथ आया है। कई ठेकों पर जमकर सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो रहा है।