फर्रुखाबाद:(नगर प्रतिनिधि) बीते 25 से 21 दिन का लॉक डाउन और उसके बाद दो सप्ताह और बढाया गया| जिससे लोगों को कई नुकसान तो कई फायदे भी दिखे है| कुछ फायदे सेहत से जुड़े हुए है| जब जेएनआई टीम ने इसकी जानकारी की तप पता चला कि लॉक डाउन में घर बैठने से बाजार का मिलाबटी खाना ना खाने से लोगों को पेट सम्बन्धित समस्याओं से काफी हद तक निजात मिली है| लोग बीते एक महीने से मेडिकल से पेट सम्बन्धित दवा लेनें कम ही जा रहे है|
नगर के घुमना बाजार स्थित शंकर मेडिकल के संचालक शिवेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि लॉक डाउन के चलते पेट सम्बन्धित दवाओं के मरीज ना के बराबर है| इसके पीछे मुख्य कारण बाहर की चीजो का सेबन ना करना माना जा रहा है| लोग घर पर भोजन करने से पेट सम्बन्धित मरीज नही है |
चौक के जलोटा मेडिकल के संचालक संतोष जलोटा का कहना है कि पहले जहां पेट दर्द, दस्त, गैस, एलर्जी व उल्टी की दवा लेनें वालो की लाइन लगी रहती थी| लेकिन इन समस्याओं की दबा ना के बराबर ही सेल हो रही है| लाल दरवाजे स्थित साधना मेडिकल के संचालक पवनेश कुमार उर्फ़ पिंकू ने बताया कि जब से लॉक डाउन हुआ है| तब से पेट दर्द की समस्या तो जैसे ग्राहकों की गायब हो गयी है| सुबह से शाम तक एक या दो लोग की पेट से सम्बन्धित समस्या की दवा लेनें आ रहे है|
रेलवे रोड स्थित सूरज मेडिकल के संचालक संदीप रस्तोगी ने बताया कि बाहर का खाना चाट, पकौड़े व तली हुई चीजे लोगों में अपच बढ़ा रही थी| जिससे उन्हें गैस और दस्त आदि की समस्या हो रही थी| लेकिन बीते दिनों से बाजार बंदी नें इन समस्याओं को लगभग लॉक डाउन कर दिया है|
आवास विकास स्थित प्रयास नर्सिंग होम के संचालक डॉ० अरविन्द गुप्ता ने बताया कि लॉक डाउन से लोग मिलावटी और तेल आदि से बनी चीजें नही खा पा रहे है| जिससे इस तरह के मरीज कम ही है| सभी को बाजार में बिक्री हो रही तली चीजों को खाने से बचना चाहिए| क्योंकि यही गैस का मुख्य कारण है|