फर्रुखाबाद: फिल्मों में खलनायक की तरह नौकरी करने वाले रायपुर चौकी प्रभारी तुषार दत्त त्यागी ने औरतों व बच्चों की डंडों से पिटाई कर गाँव अजमतपुर में दंगा कराया था| यदि त्यागी ज़रा सी भी सूझबूझ से कार्य करते तो दंगे की स्थित को टाला जा सकता था|
महान दल के प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह शाक्य ने ग्राम अजमतपुर निवासी रामवीर की पत्नी सरोजनी देवी आदि अनेक पीड़ितों को अपर पुलिस अधीक्षक से मिलवाकर शिकायती पत्र दिया| इस पत्र से ही इस बात का खुलासा हुआ है कि चौकी प्रभारी ने सपा नेता मुख्य आरोपी देवेन्द्र सिंह चौहान उर्फ़ मुन्ना की सांठ-गाँठ से ही इतना बड़ा काण्ड हुआ|
अपर पुलिस अधीक्षक बीके मिश्र को अवगत कराया गया कि गाँव के सपा नेता मुन्ना व उनके परिजनों ने प्रमोद शाक्य व उनके भाई अनुज व उसकी पत्नी अनीता की रात्रि ८ बजे अकारण पिटाई की थी| गाँव में आतंक फैलाने के लिए मुन्ना व रामू ने लायेसेंसी हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग की|
घटना की सूचना दिए जाने पर रात ९ बजे चौकी इंचार्ज त्यागी सीधे मुन्ना के घर गए और उनके घर से निकलते ही गाँव वालों को गाली देना शुरू कर दिया| विरोध करने पर घरों में घुसकर औरतों व बच्चों की पिटाई कर उनके साथ बदसलूकी की| त्यागी ने गाँव वालों को धमकी दी है कि किसी ने भी उनकी शिकायत अधिकारियों से की तो वह सभी को झूंठे मुकद्दमे में बंद कर देंगें| बाद में एसओ के अलावा मुन्ना की ओर से २३,२३ नामजद तथा सैकड़ों अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया| निःस्पक्ष जांच कराकर झूंठे मुकद्दमे को खत्म किये जाने की फ़रियाद की गयी|