फर्रुखाबाद: नगर के जटवारा जदीद अंगूरी बाग स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में ब्रह्मा भोजन तथा स्नेह मिलन का आयोजन किया गया| जिसमें बड़ी संख्या में आस्था उमड़ी|
कार्यक्रम में बी के शोभा बहन नें कहा कि कहा मनुष्य आत्मा अपने कर्मों के द्वारा ही आपने अपने जन्म जन्मांतर कल्प आंतर अपने अपने कर्मों के अनुसार ही जन्म लेती है| मनुष्य आत्मा मनुष्य का ही जन्म लेती है तभी तो कहा जाता है पुण्य आत्मा देवात्मा महात्मा धर्मात्मा कभी भी यह नहीं कहा जाता पुण्य परमात्मा देव परमात्मा पाप परमात्मा क्योंकि आत्मा ही अपने कर्मों के अनुसार अच्छे या बुरे पद पाती है|
बीके गीता बहन ने भी अपने विचार में बताया कि मनुष्य आत्मा ज्ञान रत्नों से अपना श्रंगार करें और दूसरों का भी ज्ञान रत्नों से श्रंगार करें ना अपना श्रंगार बिगारी ना दूसरों का श्रंगार बिगाड़े किसी को गाली गलौच करना हमारी आत्मा का श्रंगार बिगड़ जाता है| बीके शिमला बहन ने भी कहा कि मनुष्य अकेला आता है अकेला जाता है लेकिन ज्ञान के आधार से उन्होंने बताया कि हम अपने किए हुए अच्छे संस्कार साथ में ले जाते हैं अकेले नहीं जाते आत्मा के साथ संस्कार जाते हैं| है|
बीके पूनम, प्रोफेसर डॉक्टर आशुतोष चतुर्वेदी,रंजना शर्मा, प्रभात, हिमांशु, जवाहर,अजीत किशोरी लाल, कार्तिकेय व रवि आदि रहे|