फर्रुखाबाद, 23 फरवरीः कायमगंज के ग्रमा मेंदपुर के प्राथमिक विद्यालय में बुधवार को मुख्यमंत्री मायावती के दौरे के लिये स्कूल के छात्रों को जिन चमचमाते बरतनों में खाना (मध्याह्न भोजन) परोस गया वह दरअसल आये कहां से यह अभी तक रहस्य बना हुआ है।
परिषदीय विद्यालयों में मध्याह्न भोजन की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। अधिकांश विद्यालयों में तो खाना बनता ही नहीं है। जहां बनता भी है वहां न तो मीनू का लिहाज रखा जाता है और न ही गुणवत्ता का ध्यान रखा जाता है। बच्चों को खाने के लिये अपने घरों से बर्तन लाने पड़ते हैं। परंतु मुख्य मंत्री के दौरे के लिये बुधवार को प्राथमिक विद्यालय में नयी चमचमाती थालियां, गिलास, कटोरियां और हद तो यह है कि चम्मच तक मौजूद थे। सवाल यह उठता है कि आखिर यह बर्तन आये कहां से। ग्राम प्रधान रामसेवक से पूछने पर उन्होंने अनभिज्ञता प्रकट करते हुए बताया कि उनको तो जानकारी तक नहीं है कि यह बर्तन आये कहां से। जाहिर है कि ग्राम प्रधान के हस्ताक्षर के बिना खाते से पैसा निकल नहीं सकता। सायं काल स्कूल के निरीक्षण से खुश मुख्यमंत्री मायावती ने ग्रम मेदपुर के विद्यालयों में गुरुवार को अवकाश रखने के आदेश दिये।