फर्रुखाबाद: (कंपिल) जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की 2616वीं जयंती रविवार को धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। भगवान महावीर का जन्माभिषेक व शांतिधारा का पाठ किया गया।
अहिंसा व पंच महाव्रत के सिद्धांत के मार्गदर्शक व जीयो और जीने दो के संदेशवाहक भगवान महावीर की आकर्षक शोभा यात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबियों ने उल्लास व श्रद्धा के साथ भाग लिया। शोभा यात्रा जैन मंदिर से निकलकर थाना रोड,मुख्य बाजार होते हुए जैनमंदिर लौट गया। शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु अहिंसा परमोधर्म: की जय, कटती गइया करे पुकार-बंद करो यह अत्याचार, तनमन करता कौन खराब-अंडा, मछली और शराब, भगवान महावीर की जय आदि नारे लगा रहे थे। शोभा यात्रा में सुसज्जित रथ पर भगवान महावीर की स्वर्ण प्रतिमा विराजमान थी। बाजे-गाजे से गुजरती शोभायात्रा की जगह-जगह स्वागत किया गया। रथ पर पुष्पवर्षा कर श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया गया। शोभा यात्रा में शामिल जैन धर्मावलंबी महिलाएं, पुरुष, बच्चे सभी भगवान महावीर की तन्मयता के साथ स्तुति करते चल रहे थे।
विजय नित्यानंद सुरीश्वर, साध्वी जी श्री संपत जी, चन्द्रयशा, पुनीत ऐसा, पुखराज डागा, चेयरमैन उदयपाल सिंह, प्रभात शुक्ला आदि मौजूद रहे।