फर्रुखाबाद: विधान परिषद के बारहवें सभापति के रूप में चुने गये रमेश यादव ने जनपद में पंहुचकर सपा विधायक नरेन्द्र सिंह यादव और उसके समर्थको से भेट की| इस दौरान उन्होंने कहा की इस पर विधान परिषद कुछ नया करेगी| सभी को साथ लेकर चला जायेगा|
एटा के बाकलपुर गांव के मूल निवासी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव व जनपद फर्रुखाबाद में नरेन्द्र सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले रमेश यादव 31 जनवरी 2015 को चौथी बार विधान परिषद सदस्य चुने गये थे। जिसके बाद वह बुधवार को वह जनपद फर्रुखाबाद पंहुचे| जंहा पांचाल घाट पर अमृतपुर विधायक व पूर्व राज्य मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार राठौर, जितेन्द्र यादव (सिरोली वाले), जिलाध्यक्ष चन्द्रपाल यादव ने उनका स्वागत किया| इस दौरान उन्होंने कहा की सभी दलों को साथ लेकर चलेगे| सबके सहयोग से विधान परिषद चलायेगे| उन्होंने कहा इस बार विधान परिषद में कुछ नया करके देंगे| फ़िलहाल रमेश यादव के विधान परिषद सभापति बनने से विधायक नरेन्द्र सिंह यादव राजनैतिक मजबूत जरुर हो गये है| रमेश यादव कुछ देर रुकने के बाद कायमगंज चले गये|
विदित है की कार्यकाल 30 जनवरी 2021 तक है। वर्ष 1977 में मुलायम जब प्रदेश के सहकारिता मंत्री थे, तो उन्होंने रमेश यादव को 18 मई 1978 को एटा जिला उपभोक्ता सहकारी संघ का अध्यक्ष बनवाया था। इस पद पर वह सात साल रहे। 1985 में एटा के निधौली कलां विधानसभा क्षेत्र से लोकदल प्रत्याशी के तौर पर विधायक चुने गए थे। 27 जून 1990 को वह मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधान परिषद सदस्य चुने गए थे। दूसरी बार 31 जनवरी 2003 और तीसरी बार 31 जनवरी 2009 को वह उच्च सदन के सदस्य निर्वाचित हुए। समाजवादी पार्टी की स्थापना से लेकर अब तक वह एटा में पार्टी के जिलाध्यक्ष हैं।