फर्रुखाबाद: जिला जेल में कैदियों ने भूख हड़ताल की घोषणा के साथ जेल का खाना लेने से इंकार कर दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कैदियों की शिकायत खराब खाने और अवैध वसूली को लेकर है। जबकि जेल प्रशासन इसमें बाहर के खाने पर रोक और मुलाकात में सख्ती को कारण बता रहा है।
जेल सूत्रों के अनुसार शुक्रवार सायंकाल कैदियों ने खाना लेने से इंकार कर दिया। काफी प्रयास के बावजूद भी कैदी खाना लेने को राजी नहीं हुए। सूत्रों का दावा है कि ऐसा कैदी जेल में भ्रष्टाचार के विरोध में कर रहे हैं। खाने की गुणवत्ता खराब होने, समय से खाना वितरित न किये जाने और मुलाकात में वसूली को लेकर शिकायतें बतायी गयी हैं। कैंटीन में उपलब्ध खाद्य पदार्थो की बिक्री बढ़ाने के लिए जानबूझकर खाना देर से बांटने की भी शिकायत बतायी गयी।
जेल अधीक्षक कैलाश चन्द्र का कहना है कि उन्होंने इसी माह कार्यभार ग्रहण किया है। जेल की व्यवस्था सुधारने के लिए उन्होंने बाहर के खाने को अंदर लाने और निर्धारित से अधिक संख्या में मुलाकात पर रोक लगा दी है। इसी से घर का खाना खाने के आदी हो चुके चंद माफिया टाइप के अपराधी भूख हड़ताल का नाटक कर रहे हैं। बाहर का खाना और मुलाकात पर प्रतिबंध लगते ही उनको जेल में भ्रष्टाचार नजर आने लगा है। उन्होंने कहा कि वह अनुशासन टूटने नहीं देंगे और बाहर का खाना जेल में ले जाने की अनुमति नहीं दी जायेगी।