लखनऊ: इलाहाबाद के शंकरगढ़ में बसपा की पूर्व पार्षद शांति देवी की हत्या में प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह के भतीजे आदित्य सिंह समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने यह कार्रवाई शांति देवी के पुत्र की तहरीर पर की है। शांति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह साफ हो गया कि उसकी हत्या गोली मारकर की गई थी। गोली शांति के सिर में पीछे से लगी थी।
शंकरगढ़ के हज्जीटोला निवासी शांति देवी की 18 फरवरी को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मकान के एक कमरे में शव लहूलुहान हालत में पड़ा था। नैनी में रह रहा उनका पुत्र पंकज बुधवार शाम को घर पहुंचा तो उसे कत्ल की जानकारी हुई। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट तथा डाग स्कवायड की टीम की मदद से कातिलों को खोजने का प्रयास किया गया, मगर कुछ स्पष्ट नहीं हो सका। शांति देवी के बेटे पंकज ने शंकरगढ़ थाने में तहरीर देकर बताया कि एक महीने पहले मां का सदर बाजार निवासी अनिल केसरवानी और छतरी कोठी निवासी आदित्य सिंह व रामप्रताप सिंह से रास्ते को लेकर विवाद हुआ था।
उन सभी ने उसकी मां को जातिसूचक गालियां देते हुए जान से मार देने की धमकी दी थी। आदित्य पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह का भतीजा है। पंकज की तहरीर पर शंकरगढ़ पुलिस ने तीनों के खिलाफ हत्या व एससीएसटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की है।