छात्रवृत्ति सत्यापन की अवैध वसूली में फसे समाज कल्याण विभाग में कार्यरत पति पत्नी, मुकदमा दर्ज

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corruptionफर्रुखाबाद। समाज कल्याण विभाग में छात्रवृत्ति अनुमोदन के नाम पर अवैध वसूली की शिकायत जिलाधिकारी से दर्ज कराई गई है। जिला समाज कल्याण अधिकारी को अवैध वसूली की शिकायत करने के बाबजूद कोई कार्यवाही न करने पर जिलाधिकारी शिकायत की गयी| जिलाधिकारी के तीन बार मोबाइल पर आदेश के बाद कोतवाल फतेहगढ़ ने बड़ी मजबूरी में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है|

दर्ज कराई गई शिकायत में प्रदीप गोस्वामी ने कहा है कि उनके पुत्र प्रतीक गोस्वामी बिरला इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नालाॅजी भीमताल उत्तराखंड से छात्रवृत्ति का आवेदन किया। कालेज से सत्यापन के बाद डाक द्वारा समाज कल्याण विभाग फर्रुखाबाद को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा गया। डाक द्वारा भेजी गई सूची सार्वजनिक न होकर विभागीय थी। समाज कल्याण विभाग फर्रुखाबाद में अन्य राज्यों के छात्रों के सत्यापन का पटल गीता पांडेय के पास है और यह सूची गोपनीय रूप से उन्हीं के पास मौजूद रहती हैं। पिछले कई दिनो से एक दलाल अपने मोबाइल नंबर से मेरे मोबाइल नंबर पर फोन करके छात्रवृत्ति के सत्यापन के लिए दो हजार रुपए मांग रहा है और फोन करने वाला व्यक्ति समाज कल्याण निदेशालय लखनऊ का कर्मचारी बताकर उनसे सुविधा शुल्क की मांग कर रहा है। छात्रवृत्ति सत्यापन में अवैध वसूली के फोन आने पर उन्होंने फोन करने वाले व्यक्ति की आवाज को रिकार्ड कर लिया और इसकी जानकारी उन्होंने गीता पांडेय को दी। जानकारी देते ही फिर से प्रदीप गोस्वामी के मोबाइल पर उसी व्यक्ति के फोन आया और कहा कि वह उसकी शिकायत कर आए हैं उसे कोई नहीं पकड़ सकता है।

प्रदीप गोस्वामी का कहना है कि गीता पांडेय के पति भी समाज कल्याण विभाग में तैनात हैं। गीता पांडेय और उनके पति ही खुद या अन्य किसी के माध्यम से फोन कराकर सत्यापन में अवैध वसूली कर रहे हैं। शिकायत करने के बाद उन्हें आए दिन मोबाइल पर धमकी मिल रहीं हैं। प्रदीप गोस्वामी की शिकायत पर जिलाधिकारी एनकेएस चैहान ने कोतवाल फतेहगढ़ को तत्काल मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे|

आखिरकार डीएम को दर्ज शिकायत के बाद भी 15 दिन तक फतेहगढ़ कोतवाल ने मुकदमा पंजीकृत नहीं किया| आखिरकार डीएम को कई बार कोतवाल को फोन करना पड़ा| दूसरी तरफ समाज कल्याण निदेशालय भी कई बार जिलाधिकारी से एक पत्रकार से रिश्वत मांगे जाने के प्रकरण में पूछ चुका है| दूसरी तरफ रिश्वत मांगने वाले ने पत्रकार गोस्वामी को भी फोन पर धमकी भी दी कि अगर कोई शिकायत की तो छेड़छाड़ जैसे मुकदमे में फसा देगा| श्री गोस्वामी ने सभी मोबाइल रिकॉर्डिंग भी डीएम को सौपी है|