बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो बहनों का कथित तौर पर गैंगरेप कर उनका शव पेड़ पर टांगने की दिल दहलाने वाली घटना के बाद सियासत गर्मा गई है। भाजपा ने अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार पर हमला बोला है। पार्टी नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि यूपी सरकार की चुप्पी बताती है कि वह मामले में कार्रवाई करने को लेकर गंभीर नहीं है। उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया है। आयोग की सदस्य निर्मला सामंत ने कहा कि यह दिल दहला देने वाली घटना है और मामले की जांच के लिए एनसीडब्ल्यू एक जांच दल भेजेगा।
पुलिस पर भी है आरोप
यह घटना बदायूं जिले के उसहैत के कटरा सआदतगंज गांव की है। जिन दो नाबालिगों से कथित तौर पर गैंगरेप कर उनकी हत्या की गई है, वे चचेरी बहनें हैं। बताया जा रहा है कि दोनों बहनें सोमवार से ही घर से लापता थीं। हत्या और कथित गैंगरेप की इस वारदात में सिपाही समेत चार लोग शामिल बताए जा रहे हैं। दोनों छात्राओं की हत्या के बाद अपराधियों ने शवों को गांव में ही एक पेड़ पर लटका दिया था। परिजनों का आरोप है कि दोनों बच्चियों की गैंगरेप के बाद हत्या की गई है। उनके मुताबिक, वे लड़कियों के गुम होने की शिकायत लेकर कटरा चौकी पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें भगा दिया। काफी देर बाद सिपाही सर्वेश यादव ने बताया कि दोनों लड़कियां बाग में फांसी से लटकी हुई हैं।
पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस अधीक्षक मानसिंह चौहान के मुताबिक, 14 और 15 साल की ये दो नाबालिग छात्राएं मंगलवार रात शौच के लिए गांव के बाहर गई थीं। दोनों बहनों के घर नहीं लौटने पर परिजनों ने रातभर उनकी तलाश की। बुधवार सुबह उनके शव गांव के एक बाग में एक पेड़ से लटके मिले। चौहान ने कहा कि गैंगरेप होने की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
दो आरोपी हुए गिरफ्तार
बदायूं पुलिस ने मामले में शामिल चार लोगों में से दो को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि चौकी इंचार्ज रामविलास सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, इस पूरे मामले में बदायूं के एसपी सिटी मुकेश कुमार के अनुसार लापरवाही बरतने वाले चौकी इंचार्ज रामविलास सहित आरक्षी सत्यपाल और सर्वेश को निलंबित कर दिया गया है। जबकि तीन आरोपियों में से पप्पू और उर्वेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, आरोपी अवधेश यादव अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
सामाजिक संगठनों का विरोध
पुलिस की लापरवाही और लड़कियों के प्रति हुई अमानवीय घटना को लेकर प्रदेश भर के सामाजिक संगठनों के विरोध के सुर तेज हो गए हैं। कई महिला संगठनों ने राज्य सरकार और पुलिस महकमे को गुरुवार तक का वक्त देते हुए कहा है कि इस मामले के सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उन्हें कठोर सजा दी जाए नहीं तो शुक्रवार से प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
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