फर्रूखाबाद: आखिरकार सत्ता का नशा एक और थानेदार को जप ले गया| नवाबगंज थाने में उसी थाने के इंचार्ज और दरोगा सिपाहियों के खिलाफ मतदाता को धमकाने और लूट करने का मुकदमा पंजीकृत किया गया है| थानाध्यक्ष संजय कुमार, दरोगा गोविन्द राम और सिपाही हारून व् धीरेन्द्र के खिलाफ चुनाव आयोग के प्रेक्षक से शिकायत की गयी थी| जाँच के बाद घटना सही पाये जाने के बाद चारो को लाइन हाजिर कर दिया गया है|
पुलिस अधीक्षक अलंकृता सिंह ने नबाबगंज थानाध्यक्ष, दरोगा व सिपाहियो के विरूद्ध लूट की रिपोर्ट दर्ज हो जाने पर उन्हे लाइन हाजिर कर दिया। और उनके स्थान पर चुनाव सेल प्रभारी इंस्पेक्टर एके सिंह की तैनाती कर दी है। थाना नबाबगंज के ग्राम घुमइया रसूलपुर निवासी रामकिशोर राजपूत के पुत्र प्रमोद कुमार ने नबाबगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार, दरोगा गोविन्द राम हमराह सिपाही हारून व धीरेन्द्र के विरूद्ध लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी पुलिस कर्मी 10 अप्रैल की रात 12 बजें प्रमोद के घर में घुस गये थे। और उसे डरा धमका कर नगदी जेबरात लूट ले गये थे। दर्ज ऍफ़आईआर में कहा गया है कि दरोगा और उनके साथ आये पुलिस वालो ने सत्ता पक्ष के लिए मतदान करने का दबाब बनाया| उस पर चोरी की मोटरसाइकिल रखने का आरोप लगाया| उसे पकड़ कर थाने ले गए| वहां उसकी जेब में रखे 4000 रुपये लूट लिए और थाने में मोटरसाइकिल जमा कर उसे भगा दिया|
वैसे भी थानेदार संजय कुमार जिले का सबसे दबंग थानेदार जाना जाता है| इसके खिलाफ बसपा, भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी पहले भी गड़बड़ी की आशंका जाहिर कर चुके है| चुनाव आयोग को शिकायत भी दर्ज करायी गयी थी| पूरे मामले में 2 दरोगा 2 सिपाही सहित कुल 10 पर मुकदमा लिखा गया है| इसमें धारा 395, 397 504 और वोटरो को धमकाने की धारा 171 च लगायी गयी है|
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मामले की जानकारी प्रेक्षक के संज्ञान में आने के बाद कड़ी कार्यवाही की संभावना के बाद सुबह से ही सिपाही और दरोगा अपने आकाओ को तलाशते रहे| मगर चुनाव के मौसम में सब बेकार गया| संजय कुमार पर लगातार सत्ता पक्ष के लिए काम करने का आरोप लग रहा था|