फर्रुखाबाद: अचानक गैस सिलेंडर में आग लगने से अफरातफरी मच गयी सिलेंडर की आग से फायर सर्विस का चालक व सिपाही सहित तकरीवन एक दर्जन लोग बुरी तरह झुलस गये | भयभीत ग्रामीण गांव छोड़ कर भाग खड़े हुए| आग से घायल सभी को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया | घायलों का हाल चाल जानने एसपी लोहिया अस्पताल पहुची|
कोतवाली कायमगंज के ग्राम मीरपुर में संजय जाटव के द्वारा ले जाये गये सिलेंडर में आग लग गयी| मामले की सूचना पुलिस को दी गयी| लेकिन ग्रामीण इतने भयभीत हो गये की वह गांव तक छोड़ कर जाने लगे| जानकारी होने पर फायर पुलिस के चालक (दरोगा ) अवधेश कुमार, फायर मैंन रमेश वाथम, संजीव कुमार, सिकंदर हसमत अली पहुचे | और आग लगे सिलेंडर को बुझा कर उल्टा रख दिया, सिलेंडर लीक बताया गया था | आग की सूचना पर तमाम तमाशा देखने बाले मौके पर एकत्रित हो गये| उसी दौरान किसी ने पुनः बीडी पीकर फेकी तो सिलेंडर ने फिर आग पकड़ ली और देखते ही देखते सिलेंडर से तेज आग का गोला निकला| और उसकी चपेट में आने से फायर पुलिस के चालक अवधेश कुमार व फायर मैंन सिकंदर हसमत के साथ-साथ ग्रामीण संजय पुत्र रामसनेही, भीमा पुत्र रामचंद्र ,लालाराम पुत्र रामफल, रनधीर पुत्र राकेश सहित कई बुरी तरह झुलस गये|
सभी घायलों को तत्काल उपचार हेतु लोहिया अस्पताल भेजा गया |
सूचना पर एसपी अलंकृता सिंह अस्पताल पहुची और घायलों के हाल चाल लिए | पुलिस अधीक्षक ने डाक्टरों को झुलसे लोगों को बेहतर इलाज करने का निर्देश दिये । सैफई में बेहतर इलाज होने की जानकारी मिलने पर घायलों को वहां भेजने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था करवाई। एसपी से पूर्व अपर चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजवीर सिंह भी पहुचे |
वही कोतवाली का एसएसआई शैलेन्द्र मिश्रा असहाय ग्रामीणों को छोड़कर भाग गया। घटना के आधा घंटे बाद शैलेन्द्र मिश्रा बाइक से गांव पहुंचे। आग लगने से पीडि़त महिलाओं ने उनकी बाइक रोक ली। और बिजली की आपूर्ति बंद कराने को कहा। लेनिक संवेदनहीन दरोगा बाइक लेकर चला गया। बाद में ग्रामीणों ने अनेकों बार फोन करके विद्युत आपूर्ति कटवायी। गांव में काफी देर तक आग न बुझने एवं करीब एक दर्जन ग्रामीणों के झुलस जाने से अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया।