फर्रुखाबाद: बेशर्मी की भी हद होती है| आज के जमाने में कोई अफसर या लाल बत्ती वाला नेता ये कहे कि उसे 20 दिन पुराने प्रदेश सरकार के उस आदेश के बारे में जानकारी नहीं है जो मीडिया में जमकर छपा गया, टीवी पर चला और इंटरनेट से आदेश जिलो जिलो में भेजे गए उस पर कौन यकीन कर लेगा| और फिर इन लाल पीली नीली बत्तियो से कौन सा कद्दू में तीर मार दिया जाता है समझ में नहीं आता| जाम में फस गए तो नीली हो या पीली सब फसी रहती है| पुलिस वाला तो तभी हिलता है जब उसके महकमे की गाड़ी हो या फिर अधिक से अधिक डीएम साहब की| वैसे सुना है कि नीली और लालबत्ती का रुतबा सबसे ज्यादा ससुराल में मिलता है| तभी तो कई दुल्हे लाल बत्ती में दुल्हनिया लाते रहे है| पिछली बसपा सरकार में मंत्री दर्ज प्राप्त सतीश जाटव के घर भी बहु लाल बत्ती में ही आई थी| कुछ दिनों पहले एक नए नए पुलिस में डिप्टी एसपी साहब भी अपनी दुल्हनिया नीली बत्ती लाये थे| टीवी मीडिया पर खूब सुर्खिया पाये थे| मंत्रियो के बच्चो की बात तो खैर छोड़ ही दीजिये|
अब बात सरकारी और कानूनी पचड़े की-
उत्तर प्रदेश सरकार के लाख समझाने के बाबजूद सुप्रीम कोर्ट जब नहीं माना तो पिछले 10 मार्च को शासनादेश जारी हो गया जिसमे बताया गया कि कौन कौन सा अधिकारी/नेता किस रंग की जलती/बुझती या केवल जलती हुई बत्ती गाड़ी के किस हिस्से में लगा सकता है| मगर जिले में अफसर नहीं माने और नीली पीली बत्तिया लगाकर ससुराल तक होली मिल आये| आखिरकार एआरटीओ को ही अधिकारियो की गाड़ी में जबरिया बत्ती सार्वजानिक रूप से उतरवानी पड़ी| विकास भवन में पहुचे एआरटीओ ने कृषि अधिकारी ए के सिंह की गाड़ी से रुतबे वाली नीली बत्ती उतरवा दी| कृषि अधिकारी की उतरती देख आनन् फानन में डीडीओ के ड्राईवर ने तुरंत खुद ही नोच कर गाडी में रख ली| आखिर चुम्बक वाली नीली बत्ती का यही फायदा है|
एआरटीओ ने बताया कि जनपद स्तर पर केवल मजिस्ट्रो की पॉवर वाले अधिकारी और पुलिस ही नीली बत्ती लगा सकते है| सीडीओ भी अगर आईएएस रैंक का है तो नीली बत्ती पर नहीं चलेगा| अब साहब की गाड़ी से नीली बत्ती उतरवाने के लिए एआरटीओ साहब अंदर कमरे में गए और वापस लौट आये| शायद कुछ समझौता हो गया कि मीडिया वालो के सामने क्यों फजीहत कराओगे, बाद में उतार लेंगे| एआरटीओ उदयवीर सिंह ने मीडिया वालो और जनता से भी इस नीली पीली लाल बत्ती उतरवाने में सहयोग माँगा है| उन्होंने कहा कि है किसी को भी अवैध बत्ती लगी गाड़ी की सूचना मिलती है उन्हें बताये उसकी तुरंत उतरवा दी जायेगी|