लखनऊ। सपा मुखिया एवं पिता मुलायम सिंह यादव की नसीहत को अमलीजामा पहनाते हुए रविवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साइकिल पर अपने पुराने हाथ दिखाए। मौका था फीरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद से सैफई तक समाजवादी पार्टी की साइकिल मैराथन का। कोहरे और ठंड के बीच उत्साहित सपाइयों की साइकिल हाइवे पर सरपट दौड़ी।
इटावा में चल रहे सैफई महोत्सव की श्रृंखला में साइकिल मैराथन आयोजित की गई थी। करीब 57 किलोमीटर दूरी वाली इस मैराथन का शुभारंभ यूं तो रविवार सुबह मुख्यमंत्री अखिलेश को खुद करना था। परंतु वे मंच पर जाकर हरी झडी दिखाने के बजाए सीधे प्रतिभागियों के बीच मैदान में पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने कुछ युवाओं से हाथ मिलाकर उनका हौसला बढ़ाया। साथ ही मैदान में उमड़ी हजारों की भीड़ को नसीहत दी कि साइकिल संभलकर चलाएं। इसके बाद सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने हरी झडी दिखाकर मैराथन का शुभारंभ किया। साइकिल मैराथन शुरु होने के बाद ही अखिलेश यादव मंच पर चढ़े। फिर हाइवे किनारे बने मंच से मैराथन में शामिल युवाओं का उत्साह वर्धन किया। इसके बाद काफिले के साथ सिरसागंज के निकट कठफोरी स्थित पंचवटी होटल पर पहुंचे। यहा कुछ देर रुकने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश और सासद धमर्ेंन्द्र यादव साइकल पर सवार हो गए। इसके साथ ही सुरक्षाकर्मियों ने घेरा बनाकर दौडऩा शुरू कर दिया। जबकि उसके आगे बाइकों पर सवार पुलिसकर्मी रास्ता साफ करते हुए चलने लगे। लाल साइकल पर धमर्ेंन्द्र और नीली साइकिल पर अखिलेश काफी दूर तक चले। दोनों आपस में बतियाते हुए तेज रफ्तार से साइकिल चला रहे थे जिसे देखकर यह भी लगा कि दोनों के बीच एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में शुरू हो गई है। इनसे कुछ दूरी पर पीछे साइकल सवार सपाइयों का काफिला।
[bannergarden id=”8″]
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले और वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने यहा जमकर साइकिल चलाई थी। वर्ष 2009 के चुनाव में वह अपना पर्चा भरने भी साइकिल से गए थे।
[bannergarden id=”11″][bannergarden id=”17″]