फर्रुखाबाद: आये दिन पुलिस पर अवैध बालू खनन होने में मिलीभगत या वसूली का आरोप लगता रहता है| अवैध खनन करके बालू बेचने के स्थान तक बीच में जहाँ जहाँ भी खाकी भाइयो का सामना होता है या रास्ता होता है वहाँ उन्हें बिना रिश्वत दिए नहीं निकला जा सकता है| बेचारे पुलिस कप्तान अपनी पुलिस की ऐसी फजीहत भरी खबरो से दो चार हो ही जाते होंगे| सत्ताधारी दल के नेताओ को तो सरकार की और उनकी सरकार के तहत चल रहे प्रशासन की फजीहत से कोई खास फर्क नहीं पड़ता| अब इज्ज्त बेइजत्ती का मुलम्मा राजनेताओ बे उतार जो फेका है| मगर इस बार जो सबूत जे एन आयी के हाथ लगा है वो कानून के रखवालो के लिए बहुत भारी पड़ सकता है| कोतवाली की मुहर लगी वो अवैध खनन की पर्ची सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की धज्जिया उड़ा रही है| पर्ची यू लिखी गयी जैसे गंगा और उसकी बालू पुलिस की मिलकियत हो|
दोपहर लगभग 2 बजे तहसीलदार सदर राजेंद्र चौधरी घटियाघाट पर आमरण अनशन पर बैठे लक्ष्मण सिंह का हालचाल लेने पहुचे थे| इसके बाद वे रामनगरिया मेले में समतलीकारन कार्य को देखने के लिए गंगा के उस पार पहुच गए| वहाँ पर उन्होंने दो ट्रैक्टर पकडे जो अवैध बालू खनन कर रहे थे| दोनों ट्रैकटरो के ड्राईवर और बालू भर रहे मजदूर तहसीलदार को देख भाग गए| इसी बीच एक ट्रैक्टर के ड्राईवर ने तहसीलदार को कोतवाली पुलिस का टोकन दिखाया जिस पर लिखा था- दो ट्रैक्टर बालू सरकारी कार्य के लिए ले जा रहे है| ड्राईवर रंजीत लेकर आएगा इसको ले जाने दे| तहसीलदार ने पर्ची अपने कब्जे में कर ट्रैक्टरों से बालू खाली करा उन्हें भगा दिया|
शहर कोतवाल ऑफिस के अटैच टॉयलेट के जारी हुआ अवैध खनन का टोकन-
शहर कोतवाली में कोतवाल के दफ्तर के लिए नया अटैच टॉयलेट का निर्माण कार्य कराया जा रहा है| पर्जी लिखने वाले मुंशी ने बताया कि काम तो सरकारी है मगर कोई ठेकेदार काम नहीं करा रहा है| जाहिर है चंदे से हो रहे काम में किफ़ायत के लिए नियम तोड़ अवैध खनन की पर्जी लिख दी गयी| अब सरकार में बैठे लोग जब नियम तोड़ पर्ची लिख रहे है तो जनता को भी ऐसा मौका की नहीं मिलना चाहिए?
तहसीलदार सदर राजेंद्र चौधरी ने बताया कि इस अवैध खनन की शिकायत मय पर्ची के अपर जिलाधिकारी से करेंगे|