फर्रुखाबाद: बीते दिनों बिजली विभाग के ठेको को लेकर सपा नेता का विभाग के अधिशासी अभ्यंता से विवाद हो गया था| आज ठेकेदार ने अपने गुर्गे भेज एस डी ओ राहुल बाबू कटियार को जमकर गरिआया और जान माल की धमकी देकर चले गए| एड सी ओ राहुल बाबू का कहना है कि हमलावर हमला कारण के उद्देश्य से आये थे मगर कर्मचारी संघ के लोगो के चलते वे बच गए| बाद में कर्मचारी संघ ने बैठक कर आरोपियो की गिरफतारी की मांग को लेकर सांकेतिक हड़ताल भी कर दी है|
इससे पहले मंगलवार को भी बिजली विभाग के ठेके को लेकर सपा नेता का विभाग के अधिशासी अभियंता ग्रामीण से विवाद हो गया। बीचबचाव को पहुंचे कर्मचारी संघ के महामंत्री पर सपा नेता ने मारपीट कर दी। उनपर पास में रखी कुर्सी से प्रहार किया। लोगों ने बीच बचाव कर दोनों पक्षों को शांत कराया। बाद में कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता से सपा नेता की संस्था को ब्लैक लिस्टेड कराने की मांग की थी |
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
क्या है पूरा मामला-
भोजपुर विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी की विधायक निधि से तीन गांवों में विद्युतीकरण कराने को नवंबर में टेंडर मांगे गए थे। इसमें एक गांव का ठेका युवा यादव महासभा के जिलाध्यक्ष व पूर्व जिला सचिव समाजवादी पार्टी धीरज यादव उर्फ पंकज को मिला है। उन्हें जानकारी मिली कि उनका ठेका किसी और को दिया जा रहा है। इस पर वह गुरुवार दोपहर अधिशासी अभियंता ग्रामीण सूर्य प्रताप से बात करने उनके भोलेपुर स्थित कार्यालय पहुंचे। वहां गरमागर्मी होने लगी। इस बीच वहां बिजली कर्मचारी महासंघ के मंडल महामंत्री सुधीर कुमार गुप्ता पहुंच गए। उन्होंने अधिशासी अभियंता से अभद्रता करने का विरोध करते हुए आराम से बात करने को कहा। इस पर सपा नेता ने उन पर कुर्सी चला दी। लेकिन लोगों के पकड़ लेने से कुर्सी उनके नहीं लगी। वहां मौजूद अन्य लोगों ने दोनों पक्षों को शांत कर दिया। इसके बाद अधिशासी अभियंता भी अपने कार्यालय से उठकर चले गए। सपा नेता की अभद्रता के विरोध में कर्मचारियों ने यूनियन भवन में बैठक कर सपा नेता की ठेकेदारी समाप्त कराने को मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी व लोकसभा क्षेत्र के सपा प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव को पत्र लिखा है। धीरज यादव ने बताया कि सुधीर गुप्ता यूनियन की आड़ में ठेकेदारी कराते हैं। वह दूसरे ठेकेदार को काम दिलाना चाहते हैं। विधायक भी अपने चहेतों को ठेका दिलाने के फिराक में हैं। सुधीर गुप्ता ने आरोपों को निराधार बताया। अधिशासी अभियंता ने बताया कि कुछ विवाद हो गया था। वह मामले की जांच एसडीओ से कराएंगे।