फर्रुखाबाद: बिना महिला पुलिस के महिला को तमाचा जड़ना और दरोगा को अपनी दोस्ती निभाना महगा पड़ सकता है| दलित महिला कविता जाटव ने अदालत में फर्रुखाबाद नगर कोतवाल आर पी यादव, स्वाट टीम प्रभारी महेंद्र यादव और चौकी इंचार्ज कुलदीप दीक्षित के विरुद्ध जातिसूचक शब्दो का प्रयोग करते हुए गली गलौच करने और अश्लील हरकते करने और सार्वजानिक रूप से महिला की लत घूसो से पिटाई करने के आरोप में परिवाद दर्ज कराया गया है| मामले को स्वीकार करते हुए जज ने २१/१२/२०१३ को महिला के विस्तृत ब्यान दर्ज करने का आदेश किया है|
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
ज्ञात हो कि पिछले दिनों राम खिलावन खिलौना के परिवार और बंटी परमार के बीच मारपीट का मामला हुआ था| इस मामले में बंटी के बुलाए जाने पर आनन् फानन में स्वाट टीम, मऊदरवाजा थाना अंतर्गत मेडिकल कॉलेज चौकी इंचार्ज कुलदीप दीक्षित और फर्रुखाबाद नगर कोतवाल तीनो बिजली की फुर्ती से मामले में पहुच गए थे| मामले में राइफले तनी और फायरिंग भी हुई थी| राम खिलावन के पिता को गिरफ्तार करने का विरोध करने पर मोहल्ले के महिलाओ से पुलिस का मुचैटा भी जमकर हुआ था| महिला पुलिस न होने का मलाल पुलिस को जरुर रहा मगर इसी बीच पुलिस के हाथ उठ गए और महिलाओ को सार्वजनिक बेइज्जत की स्थति उतपन्न हो गयी| मोहल्ला सुनहरी मस्जिद निवासी कु कविता जाटव ने उपरोक्त के खिलाफ अदालत से सुसंगत धाराओ और एस सी एस टी एक्ट के तहत कड़ी कार्यवाही की मांग की है|
कविता के अधिवक्ता दीपक द्विवेदी ने बताया कि मामला गम्भीर है| सार्वजानिक रूप से महिलाओ की बेज्जती की गयी है| जबकि महिला पुलिस बल कोतवाली में प्रयाप्त मात्र में उपलब्ध था| वो अदालत से पुलिस के दोषी जवानो को सजा दिलाने के लिए प्रयाप्त सबूत अदालत में पेश करेंगे|