लखनऊ में टेट मेरिट पर शिक्षको की भर्ती के समर्थन में विधानसभा पर पदर्शन

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tet-dharnaउत्तर प्रदेश में लटकी 72000 शिक्षको की भर्ती मामले में अदालत के आदेश के बाद भी सरकार ने अभी तक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की है| 15 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार के नुमायंदे अभी तक अदालत के आदेशो का अध्ययन कर रहे है| इसी को लेकर 2 साल से नौकरी की राह देख रहे 20 लाख से ज्यादा अभ्यर्थिओं का गुस्सा उबाल मारने लगा है| विधानसभा सत्र के चलने के दौरान सरकार का ध्यान अपनी और आकर्षित करने के लिए मंगलवार को लखनऊ में प्रदेश के कई जिलो के अभ्यर्थी इक्क्ठे होकर प्रदर्शन करने पहुचे|
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अ‌भ्यर्थी विधानभवन के बाहर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बाहर आने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं। उनकी मांग है कि चाहे कोई भी मजबूरी क्यों न हो, टीईटी भर्ती पूरी होनी चाहिए। हालां‌‌कि, पुलिस प्रशासन ने उन्हें विधानभवन से पहले ही बापू भवन पर रोककर बातचीत करने की कोशिश की लेकिन अभ्यर्थी नहीं माने। भारी पुलिस बल से उनकी भिड़ंत की भी आश्‍ांका जताई जा रही है। अब अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यिर्थियों को चार बजे तक विधानभवन के सामने से हटने की चेतावनी दी है। कहा है, अगर वे तय समय तक नहीं हटे तो उन पर लाठी चार्ज किया जाएगा।

अभ्यर्थियों का कहना है कि 20 नवंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के शासनादेश के मुताबिक ही 72,825 शिक्षकों की भर्ती हो। इसके अलावा उनकी यह भी मांग है कि जितनी जल्दी हो सरकार भर्ती प्रक्रिया शुरू करे। गौरतलब है कि कोर्ट ने टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्तियां करने का शासनादेश जारी किया था।

रैली नहीं रैला है ये

प्रदर्शनकारी इसे रैली नहीं रैला का नाम दे रहे हैं, क्योंकि ऐसा पहली बार है, जब इतनी संख्या में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी राजधानी में जुटे हैं। इस प्रदर्शन से चारबाग, कैसरबाग, हुसैनगंज, हजरतगंज की ट्रैफिक व्यवस्‍था पूरी तरह चरमरा गई है।