नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी [आप] के नेता अरविंद केजरीवाल पर स्याही फेंकने वाले व्यक्ति से अन्ना हजारे ने किसी प्रकार के संबंध होने से इन्कार किया है। हजारे की तरफ से कहा गया है कि समाजसेवी उस व्यक्ति के बारे में कुछ नहीं जानते हैं। साथ ही अन्ना ने यह भी कहा है कि 4 दिसंबर को होने वाले विधान सभा चुनाव के प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी [आप] उनके नाम इस्तेमाल न करें। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी [आप] मेरे नाम का इस्तेमाल कर सकती है। इसलिए मैंने अरविंद को पत्र लिखा था। अन्ना ने कहा कि केजरीवाल और हम कोई दुश्मन नहीं हैं। अगर वे मुझसे बातचीत करना चाहते हैं तो हम उसके लिए तैयार हैं।
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हेराफेरी साबित हुई तो छोड़ दूंगा मैदान
अरविंद केजरीवाल की एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान स्टेज के पास खड़े एक व्यक्ति ने उन पर और अन्य नेताओं पर स्याही फेंक दी थी। उसका आरोप था कि केजरीवाल अन्ना के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं। स्याही फेंकने के बाद उसे वहीं पर पकड़ लिया गया था। उस व्यक्ति ने अपना नाम नचिकेता बताया था और कहा था कि अन्ना हजारे मेरे गुरु हैं और मैं रालेगण सिद्धी से आया हूं।
गौरतलब यह है कि अरविंद केजरीवाल ने यह कांफ्रेंस अन्ना के उस खत का जवाब देने के लिए बुलाई थी जिसमें अन्ना ने एक खत लिखकर केजरीवाल से पूछा था कि क्या आंदोलन के दौरान जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी के लिए दिल्ली विधान सभा चुनाव में हो रहा है?
केजरीवाल के बोलने के बाद जब प्रशांत भूषण बोल रहे थे तभी स्याही फेंकी गई और स्याही केजरीवाल समेत माइक और अन्य नेताओं पर भी गिरी थी।