FARRUKHABAD : स्वास्थ्य विभाग के लाख दिखावटी प्रयास के बाद भी वह बार्ड आया से ड्यूटी कराने में नाकाम साबित हुआ। गुरुवार को फिर पूर्व की भांति बार्ड आया हस्ताक्षर करके वापस चली गयी और कमालगंज स्वास्थ्यकेन्द्र के एमओआईसी मुहं ताकते रह गये।
बुधवार को एमओआईसी कमालगंज स्वास्थ्यकेन्द्र मान सिंह ने हाथ पैर जोड़कर बार्ड आया को मीडिया कर्मियों की दुहाई देकर कुछ घंटे ही रोक पाया। गुरुवार को पूर्व की भांति बार्ड आया ने आकर हस्ताक्षर किये और वापस लौट गयी। न कोई कार्यवाही, न कोई डर। स्वास्थ्य विभाग पर इस समय या यूं कहिए कि मुख्य चिकित्साधिकारी पर बार्ड आया भारी पड़ रही है। जिसे देखकर एक कहावत याद आती है ‘‘मरियल घोड़ा शेर सवार’’। बात बात में कर्मचारियों का वेतन काटने, निलंबित करने की धमकी देने में माहिर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राकेश कुमार बार्ड आया के सामने बौने साबित हो रहे हैं।
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कई प्रयासों के बाद भी अभी तक बार्ड आया की कार्य प्रणाली में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है। इस सम्बंध में एमओआईसी कमालगंज मान सिंह से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच आप मिला। मुख्य चिकित्साधिकारी का सरकारी मोबाइल कवरेज एरिया से बाहर बता रहा था। क्या यह मीडिया के सवालों से बचने के लिए किया गया या फिर बजह कोई और थी?