आरक्षण मुद्दा आमजन तक पहुंचाने की तैयारी

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Reservationलखनऊ। आने वाले दिनों में आरक्षण का मुद्दा सरकार के लिए परेशानी का शबब बनने जा रहा है। लोक सेवा आयोग द्वारा लागू की गई नई आरक्षण नीति के विरोधी और समर्थक आंदोलन को धार देने के लिए नए सिरे से जुट गए हैं। इलाहाबाद में धरना-प्रदर्शन और बवाल के बाद अब आरक्षण का मुद्दा आम जन तक पहुंचाने की तैयारी है। समर्थक और विरोधी दोनों ही इसके लिए अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं। समर्थकों ने 20 अक्टूबर को आजमगढ़ में महापंचायत करने की घोषणा की है तो वहीं विरोधियों ने अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में अस्तित्व बचाओ महासंकल्प रैली के लिए प्रदेश के सभी जिलों में जनसंपर्क अभियान शुरू किया है।

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लोक सेवा आयोग की नई आरक्षण नीति को सरकार ने भले ही वापस लेने का फैसला किया हो यह मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। समर्थक सरकार पर नई नीति को बहाल करने का दबाव डाल रहे हैं तो वहीं विरोधी इसे किसी भी हाल में न वापस लेने और ओबीसी वर्ग को सामान्य वर्ग में लाने की मांग कर रहे हैं। समर्थकों ने इसके लिए 17 सितंबर को महापंचायत करने की घोषणा की थी पर शासन की सख्ती के कारण नहीं हो पाई। अब समर्थकों ने 20 अक्टूबर को आजमगढ़ में महापंचायत करने की घोषणा की है। इसके लिए रणनीति बनाने और चर्चा के लिए समर्थकों ने शनिवार को अल्लापुर में तुलसी पार्क में बैठक बुलाई है। बैठक में आंदोलन को गांव-गांव पहुंचाने की रणनीति तय की जाएगी। सामाजिक न्याय मोर्चा के प्रवक्ता मनोज यादव ने बताया कि आजमगढ़ में होने वाली महापंचायत में प्रदेश सरकार द्वारा दलितों और पिछड़ों के शोषण का खुलासा होगा।

उधर, प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति ने भी आरक्षण की नई नीति के विरोध में प्रदेश में जनजागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। समिति के अध्यक्ष अयोध्या सिंह ने बताया कि इसके लिए प्रदेश के भर में सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों से संपर्क किया जाएगा। सभी जिलों में टीमें गठित की जा रही हैं। आंदोलन से नए लोगों को जोड़ा जा रहा है।