FARRUKHABAD : जनपद के आरटीओ विभाग में लाइसेंसों व वाहन रजिस्ट्री में किये गये घोटालों की सीबीआई जांच के भय से से तत्कालीन एआरटीओ कयूम खां पहले ही अपना तबदला दूसरे जनपद को करवा चुके हैं। जनपद में भेजे गये एआरटीओ उदयबीर सिंह ने भी जांच के भय से अभी तक चार्ज नहीं लिया। वहीं जनपद का कार्यभार देख रहे राहुल श्रीवास्तव ने भी अब हाथ खड़े करने शुरू कर दिये हैं।
विदित हो कि जनपद के तत्कालीन एआरटीओ कयूम खां के तबादले के बाद कन्नौज के एआरटीओ राहुल श्रीवास्तव को कार्यभार सौंपा गया था। लेकिन जनपद में पूर्व में हुए लाइसेंस व वाहन रजिस्ट्रेशन के फर्जीबाड़े व फीस घोटाले की जांच के भय से उन्होंने आज तक जनपद में आकर लाइसेंस व अन्य कार्यों को नहीं किया। जिससे सैकड़ों की संख्या में लोग आरटीओ कार्यालय के चक्कर प्रति दिन काट रहे हैं। लेकिन कोई भी अधिकारी जनता के काम के लिए तैयार नहीं है।
गुरुवार को कानपुर के एआरटीओ प्रदीप कुमार, कन्नौज के एआरटीओ राहुल श्रीवास्तव , आर आई कन्नौज जयसिंह ने जनपद के आरटीओ कार्यालय में आकर काम काज देखा। पूरे दिन काम कर भी नहीं पाया कि उनकी कुछ दलालों से कहासुनी हो गयी और तीनो अधिकारी जिलाधिकारी कार्यालय जा धमके और जनपद में इस तरीके से कार्य न करने को कहा।
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उन्होंने कहा कि जनपद के आरटीओ कार्यालय पर दलालों का कब्जा है। दलाल जायज नाजायज सभी कामों को अपने तरीके से करवाना चाहते हैं। जो वह लोग नहीं कर पायेंगे। यदि इसी तरीके से दलालों का कब्जा कार्यालय पर बना रहा तो वह यहां आकर काम नहीं कर पायेंगे। जिलाधिकारी के कमालगंज दौरे पर जाने के कारण उन्होंने प्रार्थनापत्र रिसीव कराकर कन्नौज के लिए रवाना हो गये।
अब बहाना कुछ भी हो लेकिन हकीकत तो यही है कि कोयले की कोठरी में कोई झांकना नहीं चाहता। हर अधिकारी अपनी जान छुड़ाने के चक्कर में कार्यालय से दूरी बनाये हुए हैं। वहीं आम जनता वाहन रजिस्ट्रेशन व लाइसेसों के नाम पर दलालों द्वारा ठगी जा रही है और कुछ लोगों का यह दलाल फर्जी लाइसेंस बनाकर काम भी निकाल रहे हैं। जिसे कोई भी जिम्मेदार अधिकारी देखने वाला नहीं है।