फर्रुखाबाद: गत तीन सितम्बर की रात घर के चबूतरे पर सो रहे रिटायर फौजी की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी| मृतक की पत्नी ने गाँव के ही पिता पुत्र पर हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराया था| हत्या की स्क्रिप्ट कमजोर होने के कारण पुलिसिया तफसीस में पासा उल्टा पड़ गया| मृतक की पत्नी व् दामाद के अलावा दो सुपारी किलर हत्या करने के दोषी पाए गए| पुलिस ने मृतक की पत्नी व् दामाद को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है वहीँ सुपारी किलर अभी पुलिस के शिकंजे में नहीं फसे है|
नाम के अनुसार ही मिजाजी लाल रंगीन मिजाज के व्यक्ति निकले| गाँव की ही एक महिला के साथ उनका वर्षो पुराना सम्बन्ध चलता बताया गया| उस परिवार पर मिजाजी लाल अपने परिवार से ज्यादा मेहरबान रहते| यह बात मिजाजी की पत्नी रामबेटी यादव को फूटी आँख नहीं भा रही थी| लिहाजा उसने पति को किनारे लगाकर सौतन को सबक सिखाने की ठान ली थी| इसके लिए उसने दामादो का सहारा लिया| उसके दो दामाद ने फौजी की मौत की स्क्रिप्ट लिखी और उसके अनुसार सुपारी दी गयी| मोहद्दीपुर निवासी चरन सिंह पर विशेष रूप से मिजाजी लाल की हत्या का दबाब बनाया गया| चरन सिंह ने ग्राम बिरहिमपुर (मेरापुर) निवासी अपने साढ़ू नरेन्द्र से एक लाख रुपये उधार लिए और उसमे से पचास हजार रुपये अपने दोस्त गुड्डू व् टेनी को दे दिए| तय यह हुआ कि घटना को अंजाम देते समय चरन व् उसका साढ़ू नरेन्द्र भी साथ में रहेंगे| योजना के मुताबिक देर रात चरन नरेन्द्र व् दोनों किलर उसके साथ घटनास्थल पहुचे| चरन ने तमंचे से अपने ससुर को गोली मार दी| जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी| घटना को अंजाम देने के बाद चारो आरोपी पास में ही गन्ने के खेत में छुप गए| पुलिस तफसीस में मृतक मिजाजी लाल की पत्नी रामबेटी टूट गयी और उसने सब कुछ उगल दिया| इसके बाद पुलिस ने चरन सिंह को गिरफ्तार कर लिया| सास और दामाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा वहीँ दूसरा दामाद नरेन्द्र, गुड्डू और टेनी की तलाश में जुटी है| क्राइम ब्रांच की टीम ने बड़े ही संजीदगी से इस क़त्ल का एक एक राज खोलने में कामयाबी प्राप्त की| वहीँ मऊदरवाजा थानाध्यक्ष श्रीकांत यादव की तफसीस अभी जारी है|..
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FARRUKHABAD : बीती रात घर के चबूतरे पर सो रहे रिटायर फौजी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। बारदात के बाद हमलावर हाथ नहीं लगे, गोली चलने से गांव में दहशत फैल गयी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी। हत्या के पीछे जोरू और जमीन को बताया जा रहा है।
थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के ग्राम लोहापानी निवासी 60 वर्षीय मिजाजीलाल पुत्र कल्लू सिंह यादव बीती रात अपनी पत्नी रामबेटी के साथ घर के बाहर चबूतरे पर लेटे हुए थे। छत पर मिजाजीलाल के दामाद का लड़का रिंकू निवासी नगला बहादुर सो रहा था। रात तकरीबन 11 बजे मिजाजीलाल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को रात में ही लोहिया अस्पताल भेजा गया। मंगलवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया। मृतक की पत्नी रामबेटी ने थाने में तहरीर दी कि पड़ोस के ही महेन्द्र की पत्नी कुशमा के साथ उनके पति मिजाजीलाल के अवैध सम्बंध थे। जिसको लेकर आक्रोषित महेन्द्र व उनके पुत्र अनिल ने पति को गोली मार दी।
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परिजनों से रहता था विवाद
मिजाजीलाल अय्याश किस्म के व्यक्ति थे, जो अपनी गाड़ी कमाई का काफी पैसा अपने प्रेमिका कुसमा को दे दिया करते थे। बीते कुछ दिनों पूर्व मिजाजीलाल ने एक लोडर गाड़ी खरीदी थीं जिसे बेचने के बाद कहा जा रहा है कि पैसा प्रेमिका को ही दे दिया था। मिजाजीलाल के कोई पुत्र नहीं था, पांच पुत्रियां थीं। जिनकी शादी पहले ही कर दी थी। लेकिन मिजाजीलाल व कुसमा के अवैध सम्बंधों को लेकर दमाद भी नाराज रहते थे। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि दामादों ने कई बार मिजाजीलाल की पिटायी भी की। अपनी हरकतों से बाज न आने के कारण घर पर अक्सर पत्नी से विवाद होता रहता था। जिसको लेकर मिजाजीलाल अगल खाना बनाते थे।
घटना के बाद पत्नी बोली ‘‘कुछ नहीं है’’
पुलिस की जांच के दायरे में मृतक मिजाजीलाल की पत्नी भी बतायी जा रही है। रात में जब मिजाजीलाल को गोली मारी गयी तब पत्नी रामबेटी बगल की चारपाई पर लेटी हुई थी। छत पर लेटे नाती रिंकू ने गोली चलने के बाद आवाज भी की, क्या बात है नानी तो रामबेटी ने कह दिया कि कोई बात नहीं और कुछ नहीं हुआ। घटना के आधा घंटे बाद जब रिंकू छत से नीचे उतरकर आया तो देखा कि मिजाजीलाल चारपाई पर लहूलुहान पड़े हैं।
मिजाजीलाल तीन भाई थे, सबसे बड़े भाई बाबू राम बख्स जिनकी मौत पहले ही हो चुकी थी। जिनकी जमीन का बंटवारा मिजाजीलाल व उनके मझले भाई गुरुवख्श के बीच में हो गया था। गुरुवख्श के दो पुत्र हैं अशोक व संतोष, जो छपाई का काम करते हैं। मिजाजीलाल की जमीन का कोई बारिश नहीं था। दामाद ही मात्र एक सहारा थे। वहीं परिजनों को यह भी शक था कि कहीं अपने हिस्से की जमीन मिजाजीलाल अपनी प्रेमिका कुसमा के हाथों न दे दें। इस बात पर भी कई बार विवाद हुआ था। फिलहाल अलीगंज निवासी मिजाजीलाल के दामाद को सोमवार को ग्रामीणों ने आस पास घूमते देखा था, लेकिन घटना के बाद से वह कहीं नजर नहीं आया। जिससे उस दामाद का हाथ होने की चर्चा का बाजार भी गर्म है।
इस सम्बंध में थानाध्यक्ष मऊदरवाजा श्रीकांत यादव ने बताया कि मृतक मिजाजीलाल की पत्नी रामबेटी की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है। आगे की कार्यवाही जांच के बाद की जायेगी।