प्रदेश सरकार अब लोकसभा चुनाव से पहले आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को लुभाने जा रही है। इन कार्यकत्रियों व सहायिकाओं के बीमे का प्रीमियम माफ कर दिया गया है। यानी अब सरकार खुद आंगनबाड़ी कार्यकत्री बीमा योजना का प्रीमियम भरेगी। यहां तक कि गंभीर बीमारियों को भी इसमें जोड़ दिया गया है। इसके लिए अलग से 80 रुपये सालाना प्रीमियम भी अब इन कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को नहीं देना पड़ेगा।
प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं के लिए बीमा योजना चल रही है। समूह बीमा योजना में प्रत्येक कार्यकत्रियों को इसका प्रीमियम हर साल देना होता है।
यह प्रीमियम करीब 200 रुपये होता है। इसे सरकार ने माफ कर दिया है। साथ ही गंभीर बीमारियों की कवरेज के लिए 80 रुपये का प्रीमियम भी सरकार अब खुद भरेगी। सरकार के इस फैसले से करीब पौने दो लाख से अधिक कार्यकत्री व डेढ़ लाख सहायिकाएं लाभान्वित होंगी।
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सरकार ने अगले दो साल यानी 31 मार्च 2015 तक बीमे का प्रीमियम खुद भरने का निर्णय किया है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं का यह बीमा भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से हुआ है।
इसमें प्राकृतिक या फिर दुर्घटना में मृत्यु होने पर बीमा कंपनी कार्यकत्रियों के परिवारीजनों को बीमे का भुगतान करती हैं। गंभीर बीमारी होने पर भी एलआईसी क्लेम देती है।