FARRUKHABAD : जनपद में पहले से ही चरमराई स्वास्थ्य सेवाओं को अब और अधिक ग्रहण लगने जा रहा है। तकरीबन 200 संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्तियां समाप्त हो रही हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग को मूलभूत सुविधायें प्रदान करने में काफी मसक्कत करनी पड़ सकती है।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एसपीएमयू अमित कुमार बोस ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि 30 सितम्बर 2013 को संविदा में कार्यरत चिकित्सक व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की संविदा समाप्त की जानी है। जिसके चलते जनपद में 200 स्वास्थ्य कर्मचारी व चिकित्सक अपनी नौकरी से हाथ धोने की कगार पर आ गये हैं।
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जिसमें 40 चिकित्सक 69 एनपीडब्लू, 11 स्टाफ नर्स, 21 एएनएम, 9 लैब टेक्नीशियन के अलावा डाटा एकाउंटेंट, लोडर आदि पदों पर काम कर रहे कर्मचारी प्रभावित होने जा रहे हैं। मिशन निर्देशक द्वारा जारी किये गये पत्र में कहा गया है कि दिनांक 1 अप्रैल 2013 से 30 सितम्बर 2013 तक ही संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की सेवायें रहेंगीं। जिला स्वास्थ्य अधिकारी राकेश कुमार ने मिशन निर्देशक के पत्र के आधार पर जनपद के लगभग सभी संविदा कर्मचारियों को नोटिस किये हैं।
जिसमें कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा आर ओ पी में वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए गत वित्तीय वर्ष 2012-13 में कार्यरत संविदा कर्मियों के लिए स्वीकृतियां केवल 6 माह के लिए प्रदान की गयी हैं। 30 सितम्बर के पश्चात संविदा मानदेय भुगतान की कोई जिम्मेदारी विभाग की नहीं होगी।
विदित हो कि जनपद पहले से ही चिकित्सकों की भारी कमी से जूझ रहा है। चिकित्सकों के अभाव से जिला मुख्यालय पर स्थित लोहिया अस्पताल में मरीजों को पहले से ही बाहर के लिए रिफर किया जा रहा है। वर्षों से जनपद में चिकित्सकों की मांग चल रही है। काफी प्रयास के बाद भी चिकित्सकों के न मिलने से स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है और अब संविदा कर्मियों की नौकरी पर लटक रही तलवार को देखते हुए आगे खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
इस सम्बंध में मुख्य चिकित्साधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि मिशन निर्देशक द्वारा प्राप्त हुए आदेशों के आधार पर संविदा कर्मियों को नोटिस जारी किये गये हैं। अग्रिम आदेश तक 30 सितम्बर को संविदा समाप्त की जा रही है।