जोधपुर की स्थानीय अदालत ने बलात्कार मामले में फंसे आसाराम बापू को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस ने पूछताछ के लिए आसाराम की दो दिन की रिमांड मांगी थी लेकिन अदालत ने उन्हें एक दिन की रिमांड दी। इससे पहले भोपाल में पुलिस ने शनिवार देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उन्हें जोधपुर लाया गया जहां अदालत में उन्हें पेश किया गया।
पुलिस के अनुसार आसाराम की दलीलें असंतोषजनक हैं और उनकी हालत पूरी तरह से ठीक है। हालांकि आसाराम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है। पुलिस आसाराम को गिरफ्तार कर जोधपुर ले गई। हालांकि जोधपुर हवाई अड्डे पर आसाराम जेल जाने को लेकर आनाकानी कर रहे थे।
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आसाराम ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि अगर वे उनको जेल में रखेंगे तो वह अपवित्र हो जाएंगे। 20 मिनट तक आनाकानी करने के बाद उनको पूछताछ के लिए पुलिस लाइन ले जाया गया। पुलिस अधिकारियों ने जब जेल के बजाय गेस्ट हाउस में रखे जाने की बात कही तब जाकर वह उनके साथ जाने को तैयार हुए।
पुलिस दोपहर लगभ्ाग सवा बारह बजे आसाराम को लेकर जोधपुर पहुंची। वहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। आसाराम ने कहा कि उनको फंसाया जा रहा है। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कानून की नजर में सब बराबर हैं। आसाराम के खिलाफ कडी़ कार्रवाई की जाएगी।
घंटों चला लुका-छिपी का खेल
इससे पहले आसाराम पुलिस से घंटों लुका छिपी का खेल खेलते रहे और बाद में उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए बीमारी का बहाना भी बनाया। लेकिन पुलिस ने मेडिकल जांच में उन्हें पूरी तरह स्वस्थ पाया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को आसाराम के सैकड़ों समर्थकों के भारी विरोध का भी सामना करना पड़ा। पुलिस ने किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए थे।
गिरफ्तारी से पहले आसाराम अपनी कुटिया में आराम कर रहे थे। आश्रम के बाहर मीडिया का भी भारी जमावड़ा था। पुलिस 15 गाड़ियों के काफिले के साथ इनोवा कार में आसाराम को ले गई। आसाराम ने चेहरे को कपड़े से ढंक रखा था। जोधपुर में पुलिस कमिश्नर बीजू जोसेफ ने बताया कि आसाराम को इंदौर से बाहर ले जाया गया है और उन्हें रविवार को जोधपुर लाया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह बताने से इंकार कर दिया कि आसाराम को रात में कहां रखा गया है।
भोपाल से लेकर इंदौर तक तलाशी
इससे पहले पुलिस की टीमें शनिवार को दिनभर आसाराम को भोपाल से लेकर इंदौर तक तलाश करती रहीं। शुक्रवार रात जोधपुर पुलिस के भोपाल पहुंचने से पहले ही आसाराम अपने आश्रम से निकल गए थे।
उन्हें बेटे नारायण साई के साथ एक एसयूवी में देवास टोल नाका के सामने देखा गया। इसके बाद आसाराम का कोई अता पता शनिवार शाम तक नहीं चला। पुलिस का दबाव बढ़ता देख शाम को खुद नारायण साईं ने खुलासा किया कि आसाराम इंदौर के आश्रम में ही हैं।
वह पुलिस से भाग नहीं रहे हैं, बल्कि उनकी तबीयत खराब है। इसके बाद पुलिस ने इंदौर मेडिकल कालेज के डॉक्टरों से आसाराम की स्वास्थ्य जांच कराई, जिसमें उन्हें पूरी तरह स्वस्थ पाया गया।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इसके बाद भी आसाराम की ओर से पुलिस के सामने तरह तरह की शर्तें रखी गईं। कभी पुलिस से कहा गया कि 10 बजे तक ही पूछताछ करें और कभी बताया गया कि आसाराम प्रवचन कर रहे हैं। लेकिन गिरफ्तारी से बचने की उनकी सभी कोशिशें नाकाम रहीं। इस बीच, शनिवार को आसाराम का प्रमुख सेवक शिवा भी जोधपुर पुलिस के सामने पेश हो गया। पुलिस हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है।
भूख हड़ताल पर बैठे पीड़ित युवती के पिता ने अनशन तोड़ा
यौन शोषण के आरोपी आसाराम की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में कलक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे पीड़ित लड़की के पिता ने आसाराम की गिरफ्तारी के बाद देर रात अपना अनशन तोड़ दिया है।
प्रशासन ने रुद्रपुर आश्रम में रविवार सुबह होने वाला सत्संग और साधकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिले में धारा 144 लागू है। इससे पूर्व उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष समेत तमाम सामाजिक, राजनीतिक व्यापारिक संगठनों ने लड़की के पिता के आंदोलन को समर्थन दिया था।
क्या है मामला
शाहजहांपुर की रहने वाली 17 साल की किशोरी ने दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराते हुए आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। उसने कहा था कि जोधपुर के आश्रम में आसाराम ने 15 अगस्त को उसके साथ दुष्कर्म किया।
जोधपुर पुलिस ने जांच में किशोरी के आरोपों को सही पाया था। पुलिस ने आसाराम को 30 अगस्त तक पूछताछ के लिए पेश होने का समन दिया था लेकिन वे पेश नहीं हुए।