KAIMGANJ (FARRUKHABAD) : झोलाछाप डाक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से गरीब के बेटे का एक पैर बेकार हो गया। ऊपर से डाक्टर ने शिकायत करने पर ठिकाने लगाने की धमकी दी।
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नगर कायमगंज से चंद कदमों की दूरी पर बसे गांव डुंडी गढ़ी कायमगंज गिर्द में राकेश कुमार यादव किसी गोदाम में सपरिवार रहकर मेहनत मजदूरी से अपना गुजारा करता है। उसने अपनी पीड़ाभरी दास्तां का एक शिकायती पत्र प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कायमगंज को देकर कहा है कि उसका 6 वर्षीय बेटा तेज बुखार से पीडि़त था। अचानक झोलाछाप डाक्टर जितेन्द्र राठौर निवासी मोहल्ला चिलांका कायमगंज उसके पास पहुंचे और बच्चे को ठीक करने की गारंटी का आश्वासन देकर इलाज की बात कही। पीडि़त का कहना है कि उसने कहा कि अभी बच्चे को तेज बुखार है। ऐसे में कोई दवा देना शायद ठीक नहीं है। इस पर झोला छाप ने मुझसे कहा कि डाक्टर मैं हूं आप क्या जाने। परेशान न हो, ठीक करने की गांरटी मेरी है और बच्चे के वायीं ओर कूल्हे में इंजेक्शन लगा दिया।
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इंजेक्शन लगने केकुछ ही देर बाद बच्चे की हालत बिगड़ गयी। जिसका इलाज पीडि़त ने सीएचसी कायमगंज में कराया। पीडि़त का आरोप है कि झोलाछाप के गलत इंजेक्शन लगाने से उसके बच्चे का वायां पैर बेकार हो गया है। पीडि़त गरीब का कहना है कि जब वह झोलाछाप जितेन्द्र राठौर के पास शिकायत करने गया तो उसे चुप रहने की हिदायत देते हुए कहाकि यदि तूने कहीं इस मामले की शिकायत की तो तुझे ठिकाने लगा दूगा।