अमृतपुर (फर्रुखाबाद): लगभग 5 लाख रुपये के बैंक लोन की वसूली को गये अमीन को बकायादार ने पहले तो ट्रैक्टर से रौंदने का प्रयास किया, कूद कर सड़क से नीचे कूदने पर बाकीदार व उसके परिजनों ने तहसीलदार सहित पूरी टीम को काफी दूर तक दौड़ाया, अमीन के साथ जमकर मारपीट की व तहसीलदार का सरकारी मोबाइल भी छीन ले गये।
तहसील अमृतपुर के ग्राम चपरा निवासी सूबेदार पुत्र बहादुर ने बैंक से लोन लेकर ट्रैक्टर खरीदा था। बैंक का लोन जमा न करने पर उसके विरुद्ध आरसी जारी हो गयी थी। वसूली के लिये सोमवार को प्रात: जब अमीन उमेश कुमार सिंह गांव पहुंचे तो गांव के बाहर ही सूबेदार ट्रैक्टर लेकर जाता हुआ मिल गया। अमीन ने बाकीदार को रोक लिये व पैसा जमा करने को कहा। पैसा न होने की बात बताने पर अमीन ने बाकीदार को ट्रैक्टर तहसील ले चलने के लिये कहा तो बाकीदार ने मना कर दिया। घटना की सूचना अमीन ने तहसीलदार को फोन पर दी। सूचना मिलते ही तहसीलदार अपने साथ ड्यूटी पर लगे एक होमगार्ड को साथ लेकर सरकारी जीप से चपरा की ओर चल दिये। इस दौरान अमीन बाकीदार को बातों में उलझाये रहे। तहसीलदार की जीप आते देख बकायादार चौकन्ना हो गया। उसने तुरंत स्टार्ट कर ट्रैक्टर से ही अमीन को रौंदने का प्रयास किया। अमीन ने भी बाकीदार की नियत भांप कर सड़क के नीचे की ओर छलांग लगा दी। कोशिश विफल होते देख बाकीदार ट्रैक्टर को लेकर गांव की ओर भागा। तहसीलदार भी इस दौरान वहां पहुंच गये। डनहोंने अमीन को भी अपने साथ बैठाया व ट्रैक्टर का अपनी जीप से पीछा करना शुरू किया। इस दौरान बाकीदार ने तहसीलदार को भी कई बार कट मारे परंतु दुर्घना बच गयी। अगे जाकर ट्रैक्टर फंस जाने पर बाकीदार ट्रैक्टर छोड़कर पैदल ही खेतों में भागा। तहसीलदार श्रीकृष्ण व अमीन उमेश कुमार ने भी ड्राइवर व होमगार्ड के साथ बाकीदार का पीछा करना शुरू किया। घटना की सूचना गांव में भी हो गयी थी। इसी बीच बाकीदार के परिजन भी काफी संख्या में आ गये। फिर क्या था ग्रामीणों ने अमीन की धुनाई कर दी। बताते हैं कि तहसीलदार के भी कई हाथ पड़ गये, परंतु उन्होंने अपने साथ मारपीट से इनकार किया है। इस दौरान बाकीदार के परिजन तहसीलदार का सरकारी मोबाइल छीन कर फरार हो गये।
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समाचार लिखे जाने तक घटना की एफआईआर नहीं हुई थी।