फर्रूखाबाद: माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल तथा होमगार्ड राज्य मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव द्वारा गत दिन अध्यापकों के विरूद्ध दिये गये वक्तव्य की सेवानिवृत्त माध्यमिक शिक्षकों ने कड़ी भर्तसना की है।
अवकाश प्राप्त माध्यमिक शिक्षक कल्याण एसोसिएशन के अध्यक्ष अबधेश सिंह गौर ने दोनो राज्यमंत्रियों की निंदा करते हुये कहा माध्यमिक शिक्षा आज भी सम्पूर्ण शिक्षा की रीढ़ है इन्हीं विद्यालयों से इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण छात्र विभिन्न प्रतियोगी परीक्षायें उच्च श्रेणी में उत्तीर्ण कर इंजीनियंरिंग एवं मेडिकल कालेजों में अध्ययन करते हैं तथा देश विदेश में राष्ट्र का नाम रोशन करते हैं। उन्होने कहा कि कुछ विषयों के शिक्षक ट्यूशन पढ़ाते हैं जिन्हें नियंत्रित करने के लिये पर्याप्त कानून है। किन्तु शिक्षा विभाग के भ्रष्ट अधिकारी मोटी रिश्वत लेकर उन शिक्षकों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं करते। जिला सचिव ज्योतीस्वरूप अग्निहोत्री ने कहा शिक्षकों का ट्यूशन पढ़ाना चोरी डकैती, खाद्य पदार्थों में मिलावट एवं राजनेताओं से लेकर सम्पूर्ण व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार जैसा घ्रणित अपराध नहीं है वे कौन राजनेता व अधिकारी हैं जिनके वच्चे ट्यूशन नहीं पढ़ते माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वयं एक शिक्षक रहे हैं एवं प्रवन्धकीय व्यवस्था के उत्पीडऩ के शिकार रहे हैं उनसे ऐसे वक्तव्य की आश नहीं की जा सकती। संरक्षक रामनरायन शुक्ला ने कहा प्राथमिक शिक्षकों से जब राष्ट्रीय महत्व के अनेक कार्य जैसे पल्स पोलियो, जनगणना, बाल गणना, शिशु गणना, एवं राशनकार्ड जैसे कार्य कराये जायेंगे तो वे शिक्षक कव विद्यालय में पढ़ायेंगे। इसके अतिरिक्त हमारी प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा का धनकुवेरों द्वारा संचालित पव्लिक स्कूलों से कड़ा मुकावला है। साधन समपन्न विद्यालयों की तुलना में शासन द्वारा संचालित विपन्न विद्यालयों का पिछडऩा स्वाभाविक है दोनो माननीय राज्य मंत्रियों द्वारा अध्यापकों के विरूद्घ दिये वक्तव्यों से शिक्षक समुदाय आहत हुआ है। सेवानिवृत्त अध्यापकों की यह सभा उनके वक्तव्यों की कड़ी निंदा करती है।