फर्रुखाबाद: बीएड में अवैध फीस वसूली को देखते हुए सीधे बैंक में फीस जमा करने की व्यवस्था भी फेल हो गई। कॉलेज अभ्यर्थियों से तमाम मदों में फीस वसूल रहे हैं। छात्रों के विरोध पर कॉलेज प्रशासन एडमिशन न देने की चेतावनी दे रहा है।
बीएड सत्र 2013-14 में प्रवेश के लिए इस बार नई व्यवस्था की गई थी। तीन चरणों की काउंसिलिंग के जरिए छात्रों को ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत कॉलेज आवंटित कर दिए गए। इसके बाद छात्रों ने कॉलेज और विवि की फीस सीधे बैंक में जमा कर दी। बैंक में फीस जमा करने के बाद जब छात्र एलॉटमेंट लेटर लेकर कॉलेज पहुंच रहे हैं तो उनसे तमाम मदों में वसूली की जा रही है। कॉलेज, दस से लेकर साढे़ 15 हजार तक की राशि अभ्यर्थियों से ले रहे हैं। जो छात्र इसका विरोध करते हैं कॉलेज उन्हें प्रवेश से वंचित करने की धमकी दे चुप करा देते हैं। एक अभ्यर्थी द्वारा प्रशासनिक अफसर से मौखिक मदद की गुहार लगाने पर लिखित शिकायत करने को कहा गया| बेचारा चुपचाप 14500/- रुपये बिना रसीद के थमा आया|
नहीं दे रहे रसीद
दीनदयाल विवि गोरखपुर द्वारा बीएड की प्रवेश परीक्षा कराई गई थी। काउंसिलिंग के दौरान साफ निर्देश दिये गये थे कि छात्रों को कॉलेज में अब कोई फीस जमा नहीं करनी है। अभ्यर्थियों ने निर्धारित 51 हजार 350 रुपये बैंक में फीस जमा कर दी है, इसके बावजूद कॉलेज वसूली से बाज नहीं आ रहे हैं। ये ही नहीं इसकी कोई रसीद भी छात्र-छात्राओं को नहीं दी जा रही है।
ऐसे हो रही वसूली
कॉशन मनी – 5000
किताब -1500
एडमिशन फॉर्म- 500 से 1000 रुपये
बीएड की निर्धारित फीस सीधे बैंक में जमा हुई है। कॉलेज में यदि फीस मांगी जा रही है तो गलत है, छात्र शासन से इसकी शिकायत कर सकते हैं।
डॉ. जे एस यादव, बीएड काउंसिलिंग कोऑर्डिनेटर