गोवा। तमाम अटकलों के साए में शनिवार को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई । बैठक की शुरुआत पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर की। अपने उद्घाटन भाषण में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि यूपीए सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है, बावजूद इसके सरकार जश्न मना रही है। राजनाथ सिंह ने सरकार की विफलता पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस्तीफा मांगा। इस बैठक में यूपीए की विफलता का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया गया। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कल सभी कार्यकर्ताओं को खुशखबरी मिल सकती है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि मोदी को प्रचार कमेटी की कमान सौंपी जा सकती है।
राजनाथ सिंह ने इस बैठक में स्वदेशी और सर्वोदय का नारा दिया है। बाद में इसकी जानकारी देते हुए पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडे़कर ने कहा कि यह केवल सत्ता पाने की लड़ाई नहीं है बल्कि यह मूलभूत व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई है। उन्होंने परमाणु समझौते पर भी केंद्र सरकार की खिंचाई की।
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जावड़ेकर ने कहा कि इस समझौते के दौरान केंद्र सरकार ने कहा था कि अब बिजली की किल्लत खत्म हो जाएगी। लेकिन उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में पंद्रह-पंद्रह घंटे बिजली में कटौती की जा रही है। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इस परमाणु समझौते को झूठा बताते हुए प्रधानमंत्री को देश की जनता से माफी मांगने को कहा गया। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बैठक के दौरान बनाई जाने वाली प्रचार कमेटी में शामिल लोगों के नाम से उन्हें कोई ऐतराज नहीं है।
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इस बैठक से जहां लालकृष्ण आडवाणी समेत कुछ दूसरे बड़े नेताओं ने इस बैठक से किनारा कर लिया है, वहीं नरेंद्र मोदी को चुनाव की कमान सौंपने पर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। इस बीच गोवा के मुख्यमंत्री ने भी मोदी के समर्थन में मुंह खोल दिया है। उन्होंने कहा है कि देश को अब मोदी जैसा नेता ही चाहिए।
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कांग्रेस भी भाजपा की मौजूदा स्थिति से उस पर चुटकी लेने से चूक नहीं रही है। भाजपा की इस बैठक पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि मोदी बम की जल्द ही हवा निकल जाएगी। कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी ने भी भाजपा की मौजूदा स्थिति पर चुटकी लेते हुए कहा है कि पार्टी दो धड़ों में बंट चुकी है। वहीं मोदी ने बड़े नेताओं को भी बीमार कर दिया है।
इस बैठक में सभी की निगाहें नरेंद्र मोदी पर लगी हैं। सभी के मन में यही सवाल है कि इस बैठक में उनको लेकर कोई बड़ा ऐलान होगा या नहीं। वहीं इस बैठक में अपने ऊपर चल रही अटकलों पर मोदी ने मौन धारण कर रखा है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि इस बैठक का उद्देश्य देश की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति पर विचार करना और चुनावी रणनीति बनाना है। बैठक में किसी भी तरह से नेतृत्व सौंपने को लेकर निर्णय लेने की बात शामिल नहीं है।