FARRUKHABAD : संविधान निर्माता बोधिसत्व बाबा साहब डा0 अम्बेडकर के 122वें जन्म दिवस पर शहर में प्रातः से ही विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। फतेहगढ़ प्रतिमा स्थल पर प्रातः 8 बजे बुद्ध वंदना, पंचशील के पश्चात अम्बेडकर अनुयायियों ने अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
अम्बेडकर जयंती समारोह समिति के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्ष प्रभूदयाल ने सर्वप्रथम माल्यार्पण किया। इस अवसर पर अनुसूचित जाति जन जाति कल्याण संघ के जिलाध्यक्ष सत्यपाल, नानकचन्द्र, विनोद कुमार, अमित जयंत, जवाहर सिंह गंगवार एडवोकेट, अभिलाष जाटव, श्रीकृष्ण,प्रमोद कुमार, राहुल कुमार आदि सैकड़ों लोगों ने माल्यार्पण किया। इसके पश्चात धम्म यात्रा की शुरूआत प्रतिमा स्थल से की गयी। जिसमें सैकड़ों अनुयायी मोटरसाइकिलों, साइकिलों, चारपहिया वाहनों से पंचशील का झण्डा लगा नारेबाजी करते हुए फतेहगढ़ शहर में बड़े चौराहे से कचहरी होते हुए जिला जेल चौराहा, पुलमंडी से भोलेपुर के मार्ग से घुमना एवं चौक होते हुए साहबगंज चौराहा से चांदपुर अम्बेडकर प्रतिमा स्थल पर धम्म यात्रा का समापन हुआ। धम्मयात्रा का जगह जगह स्वागत कर जलपान आदि की व्यवस्था अम्बेडकर अनुयायियों ने कर उनकी हौसलाअफजाई की। चांदपुर अम्बेडकर प्रतिमा स्थल पर शिवकुमार भास्कर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भन्ते नागरत्न, शील रत्न ने पंचशील कराके प्रतिमा स्थल पर उपस्थित महिला पुरुषों बच्चों ने माल्यार्पण किया।
इस अवसर पर सभा का संचालन करते हुए जयपाल सिंह ने कहा कि बाबा साहब के विचारों का अनुशरण[bannergarden id=”8″] करना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। उनके बताये हुए रास्ते पर लोग भ्रमित होकर न चलें। इस अवसर पर अनुसूचित जाति कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सत्यपाल ने कहा कि डा0 अम्बेडकर ने हिन्दू रुढ़िवादी कुरीतियों से दूर रहने की सलाह अपने समाज के लोगों को दी थी। परन्तु लोग आज धीमे धीमे फिर रुढ़िवादी विचारधारा को अम्बेडकरवादी विचारधारा के साथ जोड़कर अनुसरण करते जा रहे हैं। जिससे समाज विचलित हो रहा है। नानकचन्द्र ने कहा कि अम्बेडकर अनुयायी अनावश्यक रूप से नई परम्पराओं को जन्म न देकर बाबा साहब के मिशन को पूरा करने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें। जिससे कि समाज का वास्तविक रूप से उत्थान हो सके। उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छे संस्कार से ही समाज को नई दिशा मिल सकती है।
इस अवसर पर आर सी गौतम ने बाबा साहब के बताये हुए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। कार्यक्रम में संतोष प्रजापति, नानकचन्द्र, राजेश कुमार अम्बेडकर, गंगाराम मित्रा, रवीश कुमार, दीपक भास्कर, श्रीकृष्ण, प्रभुदयाल एडवोकेट, भगवानदास कश्यप आदि ने विचार व्यक्त किये। इस दौरान बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्पांजलि दी गयी।[bannergarden id=”11″]