देश में इंटरनेट, कंप्यूटर और मोबाइल सर्फिंग के इस दौर में भी जनपद की पुलिस अभी भी पुरानी घिसी पिटी कार्यप्रणाली से बाहर नहीं निकल पायी है। अपराधिक घटनाओं या शिकायतों के अतिरिक्त फेस बुक और ट्यूटर पर फोटो और कमेंट की आड़ में भावनाओं से खिलवाड़ करने वालों पर कार्रवाई के लिये सोशल नेटवर्किग साइट पर पुलिस की नजर रहे तो पुलिस पीड़ितों की सुनवाई भी करे। जिला स्तर से लेकर शासन स्तर के अधिकारी आन लाइन रहें तभी यह संभव है। इस पर नकेल कसने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अरुण कुमार ने जिलों में टीमों के गठन का निर्देश दिया है। पड़ोसी जनपद हरदोई में इस पर कार्रवाई भी कर दी है, परंतु जनपद में अभी इसकी कोई सुनगुन नहीं है। उम्मीद की जानी चाहिये की यहां भी “हेलो हरदोई” की तर्ज पर “हेलो फर्रुखाबाद” साइट शीघ्र वजूद में आयेगी।
[bannergarden id=”8″]
मोबाइल क्रांति के बाद इंटरनेट संपन्न मल्टी मीडिया हेंडसेट जिस तेजी से आम हो रहे हैं उसी तेजी से उपभोक्ता अब उनके विभिन्न उपयोगों का भी सफलतापूर्वक उपयोग कर रहे हैं। स्थिति यह है कि अनेक पाठक घटना स्थल से ही किसी दुर्घटना या अपराध की फोटो खींच कर मोबाइल से ही सीधे मीडिया कार्यालयों में भेज रहे हैं। आम आदमी से अपराध नियंत्रण में सहयोग लेने के लिये अब पुलिस विभाग आगे आने की मुद्रा में दिखने लगा है। फेस बुक और ट्यूटर भावनाओं की साझेदारी और एक दूसरे से जुड़ने का साधन हैं, लेकिन इसमें भी खुराफात की जा रही है और फोटो व कमेंट की आड़ में सामाजिक भावनाओं को आहत किया जा रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकारें इसे लेकर काफी चिंतित भी हैं। इसी के चलते अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अरुण कुमार ने जिलों में इसके लिये विशेष टीमों के गठन का निर्देश दिया है। परंतु फर्रुखाबाद में तो अभी क्राइम बांच का गठन और उसका कार्यअनुपालन ही अभी शैषवावस्था में है, ऐसे में विशेष टीमों के गठन के लिये केवल उम्मीद ही की जा सकती है। पड़ोसी जनपद हरदोई में पुलिस अधीक्षक गोविंद अग्रवाल ने जिले में विशेष सेल गठित की है, जोकि सोशल नेटवर्किग साइट पर नजर रखेगी। जिला स्तर से लेकर शासन स्तर तक के अधिकारी इस पर नजर रखेंगे और जो भी खुराफात करेगा उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ से इससे पीड़ितों की सुनवाई भी होगी। साइट पर कोई भी अपनी समस्या लिख सकता है, पुलिस उसका निराकरण करेगी। हरदोई में जिला स्तर पर गठित की गई टीम में पीआरओ उत्तम सिंह सेल के प्रभारी बनाए गए हैं। इसके साथ ही चार कांस्टेबिलों की भी तैनाती हो रही है।
[bannergarden id=”11″]
यही नहीं फीस बुक और ट्यूटर से पीड़ितों की सुनवाई और कार्रवाई के बारे में जानकारी देने के लिए पुलिस ने हैलो हरदोई साइट भी बनाई है। हरदोई एसपी के पीआरओ उत्तम सिंह ने बताया कि कोई भी पीड़ित व्यक्ति साइट पर अपनी समस्या लिख सकता है। संबंधित थाना पुलिस उसकी जांच कर मामले में कार्रवाई करेगी और कार्रवाई के बारे में फेस बुक या ट्यूटर पर जानकारी भी दी जाएगी।