FARRUKHABAD : मंगलवार को पुलिस महानिरीक्षक के सामने मीडिया कर्मियों द्वारा आनंद हत्याकाण्ड का एक माह बाद भी खुलासा न किये जाने का मुद्दा उठाये जाने पर पुलिस की खासी फजीहत हो गयी थी। पुलिस महानिरीक्षक ने जिस समय शीघ्र खुलासे का आश्वासन दिया था तभी यह तय माना जा रहा था कि पुलिस अब शीघ्र ही किसी कमजोर कड़ी पर घटना को थोप देगी। आई जी के पीठ मोड़ते ही बुधवार को मोहम्मदाबाद पुलिस ने खुलासे की कवायद लगभग पूरी करते हुए एक बार फिर उसी शिक्षामित्र शशी ओझा को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया जिसे वह पहले भी पकड़कर छोड़ चुकी है।
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विदित हो कि बीते 7 फरवरी को आरटीआई एक्टिविस्ट एवं शिक्षक आनंद प्रकाश राजपूत की हत्या के मामले में उनके भाई सुनील कुमार ने 14 लोगों पर शक के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने आधे से अधिक आरोपियों पर अभी तक जांच के नाम पर हाथ तक डालने की जहमत नहीं उठायी है। घटना को दबाने एवं वसूली में जुटी पुलिस की हकीकत जब मीडिया ने आई जी के सामने रखनी चाही तो आई जी ने घटना का शीघ्र खुलासा करने का निर्देश दिया।
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मोहम्मदाबाद कोतवाल ने खुलासे के नाम पर सहबाबाद विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र शशी ओझा पत्नी अरुण कुमार ओझा को गिरफ्तार किया है। जिसको फतेहगढ़ महिला थाना भेजा गया है।
इस सम्बंध में महिला शशी ओझा ने बताया कि उसे हत्या के सम्बंध में कोई बात पता नहीं है। उसे पुलिस ने स्कूल से लगभग डेढ़ बजे बुधवार को उठाया है। इससे पहले भी पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए हिरासत में रखा जा चुका है। इस सम्बंध में मोहम्मदाबाद कोतवाल रामसूरत सोनकर ने बताया कि शिक्षामित्र शशी ओझा ने अपना जुर्म कबूल नहीं किया है लेकिन उसके खिलाफ कुछ साक्ष्य मिले है। जिसके आधार पर शिक्षामित्र शशी ओझा को १२० बी के तहत जेल भेजा जायेगा।