फर्रुखाबाद: कौन कहता है कि हम हार गये हैं। भ्रष्टाचार और सड़ाध मारती व्यवस्था के विरुद्ध इनकलाब की उम्मीद बाकी है। इसका उदाहरण है कि अब आम आदमी उन चीजों पर भी सवाल उठाने लगा है जिनका उससे सीधा कोई संबंध न होते हुए भी उसको लगता है कि एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते उसका फर्ज है कि वह भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाये, सुधार की गारंटी और परिणाम की चिंता किये बिना। ऐसा ही एक उदाहरण हमारी एक सुधी पाठक ‘प्रिया’ ने प्रस्तुत किया है।
फोन पर इंटरनेट की सुविधा ने पूरी दुनिया को जहां ग्लोबल विलेज बना दिया है, वहीं सरकार की ओर से आंकड़ृों और सूचनाओं को इंटरनेट पर सार्वजनिक किये जाने का भी प्रभाव पड़ा है। विकास खंड शमसाबाद के ग्राम गढिया बबुरारा की प्रिया यादव ने सरकारी वेबसाइट पर अपने गांव के राशन कार्ड धारकों की सूची के अध्यन के उपरांत खुलासा किया है कि ग्राम प्रधान विजेंद्र सिंह व राशन कोटेदार कृष्ण पाल सिंह (दुकान संख्या 37 ग्राम सोना जानकीपुर, ग्राम सोनाजानकीपुर, ब्लाक शमसाबाद)
की मिलीभगत से फर्जी राश्न कार्डों के नाम पर लगातार बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है। उदारहण के लिये वीरेंद्र सिंह के नाम पर दो राश्न कार्ड बने हैं। एक राशन कार्ड अंत्योदय योजना का (202930029020) व दूसरा बीपीएल योजना का (202920007554)। दूसरा जीवंत उदाहरण जागेश्वर का है। जिसके पास एक अंत्योदय राशन कार्ड संखया 202930029019 है वहीं दूसरा बीपीएल राशन कार्ड संख्या 02920007514 भी मौजूद है।