रेल प्रबंधक के आने से पूर्व प्लेटफार्म चमकाने में जुटे रहे कर्मचारी

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फर्रुखाबाद: यह तो हर व्यक्ति ने सुना होगा कि रेल विभाग की ट्रेने हमेशा विलम्ब से ही आतीं हैं। लेकिन कर्मचारियों के कार्य में विलंब उस समय तक साफ दिखायी दिया जब मण्डल रेल प्रबंधक निरीक्षण के लिए माडल स्टेशन पहुंचने वाले थे। हद तो तब हो गयी जब रेल प्रबंधक सभाकक्ष में पहुंच गये और उनके पीठ पीछे कर्मचारी बैठक कर बैनर टांगते रहे।

मण्डल रेल प्रबंधक उमेश सिंह संरक्षा सेमिनार में बोलने के लिए आने वाले थे। उससे कुछ मिनट पूर्व ही माडल रेलवे स्टेशन पर सफाई कर्मचारियों को तेजी के साथ सफाई करते देखा गया। रेल कर्मचारियों ने न ही कोई सतर्कता बरती और न ही प्लेटफार्म की देखरेख में कोई मुस्तैद किया। धड़ल्ले से प्लेटफार्म पर रिक्शे व दुपहिया वाहन अपने मनमाफिक तरीके से घूमते नजर आये। लेकिन किसी कर्मचारी के अंदर मण्डल रेल प्रबंधक का खौफ तक नजर आया जो उन रिक्शा चालकों और बाइक सवारों पर नियंत्रण कर सकता।

रेलविभाग के लिए यह कोई आम बात नहीं, रेल अधिकारी के आने से पूर्व ही प्लेटफार्म के अलावा रेलवे ट्रेक पर पड़ी गंदगी सफाई कर्मचारियों ने रगड़ रगड़ कर साफ की। वहीं रेल प्रबंधक भी एक तरह की खानापूरी करने के बाद लौटे। सभागार में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया था। लेकिन सभागार में एमएलसी मनोज अग्रवाल और आम आदमी पार्टी के जिला महासचिव विनोददत्त दीक्षित ही मुख्य रूप से पहुंचे। बाकी सभा स्थल की कुर्सियां अतिथियों के इंतजार में खाली ही पड़ी रहीं। कुल मिलाकर मण्डल रेल प्रबंधक खानापूरी करके ही वापस लौट गये। सभा के दौरान विनोददत्त दीक्षित ने सभा स्थल के बाहर रेल प्रबंधक पर लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप तक लगा डाले। उन्होंने कहा कि रेल के अधिकारी व मंत्री ए सी कोचों में चलते हैं तो वह आम जनता की मजबूरी का क्या समझें। इस पर मौके पर मौजूद एक रेल अधिकारी के साथ विनोद दत्त दीक्षित की कहासुनी भी हो गयी।