महिलाओं को मर्दों की मुस्‍कुराहट से सावधान रहने की जरूरत

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बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञ वूड ने औरतों को दफ्तर में मर्दों की फरेबी मुस्कान से बचने की सलाह दी है। यह भी कहा कि महिलाओं को किसी मर्द से मिलने से पहले यह सोचना चाहिए कि आखिर वह चाहती क्या हैं और उस व्यक्ति व्यवहार कैसा है?  उन्होंने महिलाओं को गंभीर बयान देते समय मुस्कराने से परहेज करने का भी टिप्स दिया क्योंकि इससे बात का वजन कम हो जाता है।

मर्दों को किसी महिला को पटाने के खातिर केवल मुस्कराने की जरूरत पड़ती है। जी हां, नए शोध से पता चला है कि महिलाएं मर्दों की मर्दानगी नहीं बल्कि उनकी मुस्कराहट पर मरती हैं। इस बाबत तीन तरह के शोध किए गए जिसमें यह परखा गया कि किसी पुरुष की मुस्कराहट का उसके प्रति किसी महिलाओं के दृष्टिकोण और उसके हावभाव पर क्या असर पड़ता है।

शोध में पाया गया कि जब पुरुष प्रभावकारी भूमिका में थे तो महिलाओं ने ज्यादातर उसी आदेश का पालन किया जो चेहरे पर मुस्कान के साथ दिए गए थे। यह भी पाया गया कि महिलाएं मुस्कराहट के आगे पुरुष की ओर से दिए गए सेक्सुअली आपत्तिजनक स्टेटमेंट को भी नजरअंदाज कर देती हैं।

बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञ पट्टी वूड कहती हैं कि किसी के बारे में निर्णय लेते समय महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा उसकी बॉडी लैंग्वेज पर ज्यादा ध्यान देती हैं। यही नहीं यदि किसी के हावभाव और उसके बयान में विरोध दिख भी रहा हो तो महिलाएं उसके हावभाव को ही तवोज्जो देती हैं। मतलब मुस्कराहट से महिलाएं आकर्षित होकर घुलने मिलने लगती हैं।  वूडी कहती हैं कि मर्द औरतों की इस कमजोरी का फायदा उठाकर मुस्कराहट को ट्रिक की तरह इस्तेमाल करते हैं और सेक्सुअली अपत्तिजनक बातें भी कह जाते हैं।