दोहरे आजीवन कारावास का सजायाफ्ता कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार

Uncategorized

फर्रुखाबाद: पुलिस की लाचारी कहें या निष्क्रियता दोनो मामलों में पुलिस का हाल बिलकुल ही खस्ता होता जा रहा है। कई बार पुलिस अभिरक्षा से भाग चुके कैदियों को तो पुलिस अभी ढूंढ तक नहीं पाया। वहीं अपनी सतर्कता में पुलिस ने कोई बदलाव नहीं किया। जिसका नतीजा मंगलवार को फिर सामने आ गया। पेशी पर ले जाये जा रहे एक सजायाफ्ता कैदी पुलिस को चकमा देकर ऐसा फरार हुआ कि दोबारा उसके हाथ नहीं आया। मामले की सूचना पुलिस अधीक्षक को 24 घंटे बाद जीआरपी कासगंज द्वारा दी गयी।

केन्द्रीय कारागार फतेहगढ़ में दो हत्याओं के मुकदमे व अपहरण के मामले में सजा काट रहे शातिर अपराधी संजय उर्फ विकास उर्फ अनिल प्रताप सिंह को 4 नवम्बर को 307 के मामले में पेशी पर ले जाने के लिए पुलिस लाइन से सिपाही बलबीर व सत्येन्द्र पाल सेन्ट्रल जेल से लेकर औरैया गये थे। पेशी के बाद वापस आते समय सोमवार को औरैया के फफूंद स्टेशन पर दोनो सिपाहियों को चकमा देकर अनिल रफूचक्कर हो गया। कैदी के भागते ही दोनो सिपाहियों के होश उड़ गये और उन्होंने उसे खुद ही ढूंढना शुरू कर दिया। वहीं दूसरी तरफ इस मामले की सूचना फर्रुखाबाद पुलिस को नहीं दी गयी। तकरीबन 24 घंटे बाद जीआरपी कासगंज के क्षेत्राधिकारी ने फर्रुखाबाद पुलिस को मामले की जानकारी दी। इस सम्बंध में आर आई सतीश शर्मा ने बताया कि फरार कैदी अनिल प्रताप सिंह के मामले में मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है।

एएसपी ओपी सिंह ने बताया कि अभी तक सिपाहियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। लेकिन मामले को संज्ञान में लेकर दोषी सिपाहियों पर कार्यवाही की जायेगी।