फर्रुखाबाद: कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति उत्तर प्रदेश द्वारा मांगों को लेकर सामूहिक धरना चलाया गया था। इसी क्रम में संगठन के प्रांतीय आवाहन पर सभी कर्मचारी व शिक्षकों द्वारा वादाखिलाफी के विरोध में रैली निकालकर लंबित मांगों हेतु मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
शिक्षकों व कर्मचारियों ने मांग की कि प्रदेश के कर्मचारी व शिक्षक जो तदर्थ, शिक्षामित्रों, दैनिक वेतन भोगी, संविदा पर नियुक्त है को नियमित किया जाये। प्रदेश के सीटी ग्रेड के शिक्षकों को नियुक्त के दिनांक एलटी ग्रेड में चयन वेतन प्रोन्नति वेतनमान हेतु गणना की जाये। प्रदेश के कर्मचारियों व शिक्षकों की शेष रह गयी वेतन विसंगतियों को तत्काल दूर किया जाये। दिनांक 1 अप्रैल के बाद नियुक्त कर्मचारियों व शिक्षकों की पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाये। शिक्षकों व कर्मचारियों को वेतन बैण्ड एवं ग्रेड पे में जोड़कर उसका 10 प्रतिशत आवासीय भत्ता प्रदान किया जाये। एल टी ग्रेड के शिक्षकों को प्रोन्नति वेतनमान हेतु एमए उत्तीर्ण की वाध्यता समाप्त की जाये। 30 जून को सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को एक वेतन वृद्वि प्रदान करते हुए सेवानिवृत्ति लाभ दिया जाये। व्यावसायिक एवं कम्प्यूटर अनुदेशकों को स्थायी किया जाये आदि 11 सूत्रीय मांगपत्र सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
वहीं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत महिला एवं पुरुष कर्मचारियों ने भी समस्याओं से अवगत कराया। कर्मचारियों ने कहा कि कई बार शिकायत करने पर भी उनकी समस्याओं को हल नहीं किया गया। इसके लिए उन्होंने रणनीति बनायी कि 28 अक्टूबर को राममनोहर लोहिया अस्पताल में एकत्र होकर ज्ञापन सौंपा जायेगा। 8 व 9 नवम्बर को कर्मचारी काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। 19 नवम्बर को समस्त स्वास्थ्य कर्मी सामूहिक आकस्मिक अवकाश का उपभोग करते हुए कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर विशाल सभा का आयोजन करेंगे एवं अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लेंगे जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व जिला प्रशासन एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी का होगा।
इस दौरान लालाराम दुबे, मुकेश कुमार शाक्य, अखिलेश अग्निहोत्री, जितेन्द्र सिंह, चक्रसिह यादव, छाया मेक्सवेल, नारायणी देवी, राकेश कुमार आदि मौजूद रहे।