कायमगंज (फर्रुखाबाद) : दीपावली की त्यौहारी वसूली करने फतेहगढ़ से गयी शेरनी किन्नर को कायमगंज के किन्नर रामकली व उसके साथियों ने लाठी डन्डे लेकर खदेड़ दिया। रामकली किन्नर ने दुकानदारों से खुशामद कर कहा कि वह लोग स्थानीय किन्नरों को ही नेग दें।
शुक्रवार को कायमगंज के किन्नर रामकली व उसके साथी किन्नरों ने सडकों पर लाठी डण्डे लेकर फतेहगढ से आये किन्नर शेरनी का जमकर विरोध किया तथा दुकानदारों से हाथ जोडकर अनुनय विनय किया कि यह क्षेत्र रामकली किन्नर का है। त्यौहारों के नेग सिर्फ रामकली को देखकर ही देना है। अगर कोई बाहरी किन्नर बिना रामकली के आये तो उसको नेग नहीं देना है। रामकली व उसकी साथी गुड्डी, पिंकी, अंजली ने बताया कि फतेहगढ के रहने वाले किन्नर शेरनी कायमगंज में आकर अवैध रूप से नेग वसूली कर रही है। नेग वसूली का अभी समय नहीं है। दीवाली अभी दूर है। हम लोग काफी वर्षां से कायमगंज नगर में रह रहे हैं और प्यार से नेग लेते हैं। यह बात नगर के सभी व्यक्तियों को पता है। नगर की सडकों पर एक दर्जन से अधिक किन्नरों ने फतेहगढ से आये किन्नरों के विरोध में प्रदर्शन करते हुए पूरे नगर में ढ़िढोरा पीटा।
किन्नरों में यह विवाद पिछले दो माह से चल रहा है। मामला कोतवाली भी पहुंचा। लेकिन निस्तारण नहीं हो सका। बताया गया कि स्वयं को मोहल्ला चिलांका का निवासी बताकर शेरनी किन्नर कायमगंज क्षेत्र में नेग वसूली को लेकर सक्रिय है। जब कि यहां पहले से सक्रिय किन्नर रामकली, अंजली, गुड्डी, विशाखा, शबाना, आनंदी आदि किन्नरों का कहना है कि शेरनी फतेहगढ़ की है। शेरनी किन्नर ने इन दिनों कस्बा की कुछ दुकानों से दीपावली की नेग वसूली कर ली। किन्नर शेरनी ने बताया कि यह क्षेत्र मेरे उस्ताद का है। जो कि मेरा भी हक है। मेरे उस्ताद नाना नन्हींलाल की गद्दी है। जिसे रामचन्दर पटवनगली वाले चलाया करते थे। मै उसी पक्ष की हूं।