अदालत के आदेश को पुलिस ने दिखाया ठेंगा, खरीदार को नहीं मिला दखल

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फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ के दीना नगला सैनिक कालोनी निवासी रंजना पाल के मकान पर कब्जे को लेकर दरौरा कमालगंज निवासी शिवकिशोर पुत्र मनीराम व विनोद से झगड़ा हो गया। वहीं झगड़े की सूचना पर पहुंचे सीओ सिटी पूरे मामले को समझे बिना ही रंजना पाल का कब्जा बरकरार रखने के आदेश दे दिये जबकि इसी मकान का अदालत में चल रहे मुकदमें का फैसला रंजना पाल के ससुर छक्कूलाल पाल के पक्ष में आ चुका है। इसके बाद उनके ससुर ने मकान को 13 लाख रुपये में बेच दिया। लेकिन पुलिस ने अदालत के आदेश को ठेंगा दिखाकर खरीददार को मकान से बेदखल कर दिया।

सैनिक कालोनी निवासी रजंना पाल ने कोतवाली पुलिस को अवगत कराया कि शिव किशोर पुत्र मनीराम व विनोद दरौरा कमालगंज दो गाड़ियों से बंदूक, राइफलों के साथ घर में घुसकर मेरे साथ मारपीट कर घर पर कब्जा कर लिया। मकान से बाहर निकालकर जान से मारने की धमकी भी दी।
जिसके बाद कोतवाली फतेहगढ़ के कोतवाल रूमसिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पूछताछ में पता चला कि रंजना पाल के ससुर छक्कूलाल पाल ने यह मकान विनोद कुमार को 13 लाख में बेच दिया। इसी के चलते विनोद कुमार अपने मकान पर कब्जे के लिए आये थे। लेकिन रंजना पाल ने न्यायालय में विचाराधीन मुकदमा होने के कागजात दिखाये तो सूचना सीओ सिटी विनोद कुमार को दी गयी। जिस पर सीओ सिटी मौके पर पहुंचे, उन्होंने पूरे मामले को समझे बिना ही कब्जा रंजना पाल को ही दिलवा दिया जबकि अदालत का आदेश रंजना पाल के ससुर छक्कूलाल पाल के पक्ष में मकान बेचने से पहले ही आ चुका था। इसके बाद ही छक्कूलाल पाल ने विनोद कुमार को 13 लाख में मकान बेचा था। लेकिन पुलिस ने उनके द्वारा दिखाये गये अदालत के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए रंजना पाल का कब्जा बरकरार रख विनोद कुमार को बेदखल का बेदखल ही रखा।